ककराना ढाणी के गुलाबपुरा में पानी की किल्लत से मची त्राहि, लोग सड़क पर प्रदर्शन को हुए मजबूर
उदयपुरवाटी (झुञ्झुनु, राजस्थान/ सुमेरसिंह राव) उपखंड उदयपुरवाटी क्षेत्र के ग्राम पंचायत ककराना की ढाणी गुलाबपुरा में गर्मी के आते ही पानी की चारों तरफ त्राहि त्राहि मच गई है। लोग विवश होकर विरोध प्रदर्शन करने सड़क पर उतर आए हैं । आज बुधवार को इस भरी दुपहरी में ढाणी की महिलाओं, बच्चों, युवाओं ने स्कूल के पास स्टेट हाइवे सड़क पर मटके फोड़ कर विरोध प्रदर्शन किया । दो सौ घरों की इस बस्ती में एक हजार से भी अधिक आबादी रहती है। शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी रहने वाली यह ढाणी जिले में ही नहीं पूरे स्टेट में अग्रणी रही है परन्तु इस ढाणी के वही बच्चे आज पानी की एक एक बूंद के लिए तरस रहे हैं। ढाणी में न कोई हैंडपंप है,न कोई टंकी है,न कोई बोरिंग की व्यवस्था है,न ही कहीं से पानी सप्लाई हो रही है और तो और आज तक सरकार की ओर से टैंकर डलवाने की व्यवस्था भी नहीं हुई है। ढाणी में पानी की व्यवस्था के लिए यहां के वाशिंदे दो तीन साल से प्रयास कर रहे हैं। परन्तु कोई समाधान नहीं हुआ है। ढाणीवासी अनेक बार पानी के लिए प्रदर्शन कर चुके हैं।जिले में बने पानी के लिए इमरजेंसी कार्यालय में भी अनेक बार शिकायत दर्ज करवाई गई है और उच्च अधिकारियों को भी स्कूल व यहां के वाशिंदों द्वारा अनेक बार अवगत करवाया गया है लेकिन आज तक इस समस्या का कोई समाधान नहीं हुआ है। ढाणी की एक मात्र सरकारी स्कूल राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय ढहर ककराना (मालियों की ढाणी) में भी पीने के पानी की कोई व्यवस्था नहीं है। नन्हें नन्हें बच्चे भी पानी की बोतल घर से भरकर ले जाने को विवश हो रहें हैं। लोग एक एक पानी के टैंकर के पांच -पांच सौं रुपए देकर डलवाने को विवश हो रहें हैं । परन्तु बेचारे गरीब का इस मंहगाई के दौर में इतना मंहगा पानी टैंकर गिरवाना असंभवसा लग रहा है।यह है सरकार की जल योजना।इस ढाणी की यह समस्या दिन प्रतिदिन विकराल रूप लेती जा रही है। इसी कारण लोग विरोध के लिए सड़क पर उतर आए हैं। इस भंयकर गर्मी ने बेजुबान पशु ,पक्षी, पेड़,पौधे सबको बेहाल कर दिया है।सब छाया और पानी की ओर ताकते नजर आते हैं। वहीं गर्मी से निजात पाने के लिए लोग अपना काम छोड़कर बार बार पानी पीने को विवश हो ग ए एवं ठण्डे पेय पदार्थ व लाल मंतीरे की याद आ गई है।लोग गर्मी से बचने के लिए छाया को ढूंढते नजर आए।सभी बेजुबान जानवर भी गर्मी के मारे पेड़ों पर छूप गय हैं ।न कहीं शोरगुल सुनाई दे रहा है और न आसमान में कोई पक्षी उड़ता दिखाई देता है ।ऐसी देखी पहली बार म ई महीने की तपती दुपहरी । इलाके में चारों ओर सड़क,खेत खलिहान सब सुनसान दिखाई दिए ।इतनी तेज गर्मी के कारण लोग पानी के अभाव में और अधिक परेशान हो गए हैं ।इस समय चाहिए बेजुबानों को दाना और पीने को पानी। मनुष्य का धर्म है,दूसरों की सेवा करना लेकिन सेवा करे कैसे स्वयं मनुष्य को ही पानी की बूंद नसीब नहीं है। ढाणी में पानी का कोई भी अन्य साधन नहीं है ।
ढाणी के बीपीएल परिवारों की सुद लेने वाला भी तो कोई नहीं है। पिछली गर्मियों में भी प्रशासन को इस समस्या से अवगत करवाया गया था । लेकिन इस समस्या की ओर कोई भी ध्यान नहीं दे रहा है। प्रदर्शनकारियों ने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि ढाणी के लोगों के लिए अगर दस दिन में पानी की व्यवस्था नहीं हुई तो ढाणी वासी आंदोलन तेज करने को विवश हो जायेगें । प्रदर्शन करने वालों में वार्ड पंच झन्डुराम थानेदार, सुरेश कुमार जांटड़ीवाली,भरत सिंह कटारिया, महावीर प्रसाद डुढाणी, बोदूराम, राजेन्द्र प्रसाद, वेदप्रकाश, अरुण कटारिया, अशोक कुमार, प्रमोद कुमार, अरुण सैनी,मंयक गुर्जर,पवन कुमार, सुभाष चन्द्र,बंटी केराला, समाजसेवी नागर मल सैनी,अजय कुमार एवं महिलाओं में माली देवी, मोहिनी देवी,कमला देवी, बिमला देवी, कौशल्या देवी केराला,सुमन देवी,सारली देवी, कौशल्या देवी, प्रिया कुमारी, पुनमपाल, हेमलता, पार्वती, वन्दना सूईवाल, प्रगति कुमारी आदि सैकड़ों की संख्या में प्रदर्शनकारी मौजूद थे।