कठूमर के गणगौर मेले में 1 लाख रुपए की कुश्ती बराबरी पर छूटी
कठूमर,अलवर (अशोक भारद्वाज)
कठूमर कस्बे के सुप्रसिद्ध तीन दिवसीय गणगौर मेले के दूसरे दिन शनिवार को 10 साल बाद आयोजित विराट कुश्ती दंगल में एक लाख रुपए की ईनामी राशि का अंतिम कामडा कठूमर निवासी रामेश्वर चौधरी सोमेश्वर चौधरी की ओर से अपने स्वर्गीय पिता गूजर पहलवान की स्मृति में कराया गया। यह मुकाबला भारत केसरी अजय पहलवान सोहना व भोला पहलवान झज्जर हरियाणा के बीच हुआ। 15 मिनट चली यह कुश्ती बराबरी पर छूटी। और निर्णायक मंडल द्वारा ईनामी राशि को दोनों पहलवानों को बराबर दे दिया गया। इस दंगल में सोनीपत, अयोध्या, दिल्ली, मेरठ, हाथरस, भरतपुर, अलवर, किशनगढ़ ,अकोला, आगरा, मथुरा, झज्जर नोएडा , फिरोजाबाद आदि अनेक स्थानों से नामी गिरामी पहलवान पहुंचे। छह घंटे चले कुश्ती दंगल में 500 से लेकर 31000 रूपये की कई दर्ज कराई गई। करीब 10 साल से बंद पड़े इस दंगल को अबकी बार कराने में सरपंच शेर सिंह मीणा व अहम भूमिका प्रशासनिक अधिकारी एसडीएम लाखन सिंह गुर्जर के सकारात्मक प्रयास के चलते दंगल हो पाया। दस साल बाद लगे कुश्ती दंगल को देखने ग्रामीणों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी।
ग्राम विकास अधिकारी श्यामसुंदर गर्ग ने बताया कि कुश्ती दंगल का उद्घाटन विधायक पुत्र अमिताभ बैरवा, पूर्व मंडी चेयरमैन सतीश चौधरी, एसडीएम लाखन सिंह गुर्जर, डीएसपी अशोक चौहान, विकास अधिकारी यशवंत शर्मा और सरपंच शेर सिंह मीणा द्वारा फीता काटकर किया। कुश्ती दंगल में विधायक बाबूलाल बैरवा भी कुछ देर मौजूद रहे।
कुश्ती दंगल में विधायक बाबूलाल बैरवा, पूर्व डायरेक्टर विजेंद्र सिंह चौधरी, हंसराज चौधरी चतर चौधरी, युवा नेता नरसी किराड़, रामबाबू बलाई, केदारनाथ शर्मा,अनिल कूलवाल,रघुवीर चौधरी, नेतराम चौधरी अरूवा, डायरेक्टर रंजीत रेटा, टैगोर पब्लिक स्कूल के देवेंद्र चौधरी, रामचरण रोशनलाल चौधरी कांकरोली आदि द्वारा बड़ी कुश्तियां कराई गई। इसके अलावा ग्राम पंचायत की ओर से भी अनेक बड़े कामडा कराए गए ।
कुश्ती दंगल में अनेक रोचक मुकाबले हुए। चिकनी से आई बदरपुर से आई ग्यारह वर्षीय युवा महिला पहलवान निकिता ने तसई के पुरूष पहलवान अर्जुन को पटकनी दी। इस अवसर पर निकिता का प्रशासन द्वारा अलग से सम्मान किया गया। इसके अलावा दो युवा महिला पहलवानों खुशी परिहार मथुरा और निकिता में मुकाबला बराबरी का छुटा। कुश्ती दंगल में क्षेत्र के लोकल पहलवानों ने भी हाथ आजमाया और सतवीर रानोता, धर्मवीर चौधरी कठूमर, रविन्द्र रेला, कन्नू रेला, घनश्याम कांकरोली ने अपने मुकाबले जीते। निर्णायक मंडल महावीर पहलवान, रामखिलाड़ी मास्टर, दिगंबर चौधरी, राजवीर तसई, बद्री प्रसाद गुर्जर पीटीआई ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। दंगल में पहलवानों की संख्या इतनी अधिक थी कि समय अभाव के चलते अनेक पहलवानों को बिना लड़े वापिस जाना पड़ा। मेले में कानून व्यवस्था के लिए डीएसपी अशोक चौहान के नेतृत्व में खेरली, कठूमर,बहतुकला थाना प्रभारी मय जाप्ता के तैनात रहे।