डेढ लाख की रिश्वत लेते अलावड़ा ग्राम विकास अधिकारी और दलाल को एसीबी ने किया गिरफ्तार
पट्टा जारी करने की एवज में रिश्वत के रूप में दो लाख रुपए और बेशकीमती दुकान का एग्रीमेंट करवाने की मांग कर रहा था रिश्वतखोर ग्राम विकास अधिकारी, परिवादी की शिकायत पर एसीबी ने उसे ट्रेप कर रंगे हाथों किया गिरफ्तार, देखिये आरोपी को पीछे ठीक बीच में बिना मास्क के खड़ा है ग्राम विकास अधिकारी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विजय सिंह के नेतृत्व में हुई कारवाई
रामगढ (अलवर,राजस्थान / राधेश्याम गेरा) कस्बा अलावड़ा से सोहन लाल ने एंटी करप्शन डिपार्टमेंट में लिखित शिकायत दी जिसमें लिखा कि ग्राम विकास अधिकारी मुझसे मेरी दुकानों का पट्टा जारी करने के ₹600000 रिश्वत मांग रहा है जिसमें डेढ़ लाख रुपया मेरे द्वारा दिया जा चुका है। और साडे ₹400000 मांग रहा है जो कि मैं देने में असमर्थ हूं अतः एसीडी डिपार्टमेंट कार्यवाही कर मेरा सहयोग करे।
इस पर एंटी करप्शन डिपार्टमेंट द्वारा रिश्वत का सत्यापन किया गया जिसमें डेढ़ लाख रुपया जाना पाया गया उसके बाद आज सोहनलाल द्वारा दलाल संजय अग्रवाल जो कि वर्तमान में रामगढ़ रहता है इससे पूर्व अलावड़ा निवासी है और ग्राम विकास अधिकारी आलम जहांगीर अलवर निवासी को रामगढ़ के नरेश सैनी के मकान पर डेढ़ लाख रुप्ए कि रिश्वत राशि लेने के बाद सोहनलाल का इशारा मिलते ही दलाल और ग्राम विकास अधिकारी को रिश्वत की राशि के साथ पकड़ लिया जिसमें डीवाईएसपी विजय सिंह ने बताया कि आरोपियों द्वारा सोहनलाल से दुकानों का पट्टा जारी करने की एवज में दलाल संजय अग्रवाल और ग्राम विकास अधिकारी आलम जहांगीर द्वारा ₹600000 में सौदा किया था।
जिसमें डेढ़ लाख रुपया पहले ले लिया गया था डेढ़ लाख रुपया आज लिया गया है और बाकी ₹300000 और एक दुकान का एग्रीमेंट ग्राम विकास अधिकारी के नाम पर करने का आश्वासन भी पीड़ित (सोहनलाल से जो कि एक गरीब दुकानदारी करता है और पुलिस मित्र के रूप में पुलिस का सहयोग भी करता है) से लिया गया इसके बाद जैसे ही सोहनलाल द्वारा रिश्वत देने का इशारा किया गया तुरंत एसीडी द्वारा दोनों दलाल और ग्राम विकास अधिकारी को गिरफ्तार कर लिया गया और जिसमें दोनों ने ₹600000 में सौदा हो ना कबूल किया है। एसीडी की कार्यवाही डीवाईएसपी विजय सिंह और उपाधीक्षक एंटी करप्शन डिपार्टमेंट महेंद्र मीणा के नेतृत्व में कार्यवाही की गई।