एसपी एवं आईजी के बाद डीजी लाठर से मुलाकात, शिकायतकर्ता बोले हमको दिलाओ न्याय
पुलिस महानिदेशक को पत्र सौंप अनुसंधान अधिकारी पर लगाए पक्षपात के आरोप
भुसावर (राजस्थान/ रामचंद्र सैनी) उपखण्ड वैर की ग्राम पंचायत ललिता मूडिया के गांव मूडिया गन्धार निवासी किसनसिंह सैनी एवं जमानत पर जेल से रिहा हुई रतिदेवी ने गत दिन जयपुर पहुंचकर कोविड प्रोटोकाॅल की पालना करते राजस्थान पुलिस के महानिदेशक एम.एल.लाठर से मुलाकात की,जहां उन्होने चैदह पेज का लिखा पत्र सौंपते हुए अक्टूम्बर 2020 में हलैना थाना प्रभारी रहे तथा बबलू हत्याकाण्ड प्रकरण के प्रथम अनुसंधान अधिकारी पर परिवार के कई लोगों को बबलू हत्याकाण्ड में निर्दाेष फंसाकर एक तरफा पक्षपात करने तथा सुविधा शुल्क वसूली के आरोप लगाए और पत्र के माध्यम से उक्त प्रकरण की उच्च स्तर पर जांच कराने एवं निर्दोष व्यक्तियों के नाम प्रकरण से निकालने की मांग की है। साथ ही उक्त प्रकरण की सच्चाई से जांच करा निर्दोष व्यक्तियों को न्याय दिलाने तथा परिजन एवं रिस्तेदारों से अनुसंधान अधिकारी ने दलालों के मार्फत वसूली गई रकम को वापिस दिलाने की मांग की। ये शिकायत कर्ता पुलिस महानिदेशक एम.एल.लाठर से पहले भरतपुर के एसपी एवं आईजी से मुलाकात कर अनुसंधान अधिकारी पर इसी प्रकार के आरोप लगा चुके है। पुलिस महानिदेशक लाठर ने शिकायत कर्ता से उक्त प्रकरण की सच्चाई से जांच एवं निर्दोष व्यक्तियों को न्याय दिलाने का आश्वासन दिया है। शिकायत कर्ता किसनसिंह सैनी एवं रतिदेवी ने डीजी लाठर को सौंपे पत्र को पत्रकारों को दिखाते हुए बताया कि 5 अक्टूम्बर 2020 को हलैना थाना के गांव मूडिया गन्धार में पुरानी रंजिश को लेकर दूसरे पक्ष के बबलू सैनी एवं सहाबसिंह आदि लोगो ने हलैना थाना प्रभारी की सह पर झगडे की योजना तैयार की और हमारे खेत पर ट्रेक्टर से खेत की जुताई कर रहे मेरे भाई तेजसिंह तथा खेत की मेढ पर खडे मेरे भाई रमेशचन्द पर हमला बोल दिया,जिन्होने स्वयं के बचाव को दुहाई दी,लेकिन किसी ने नही बचाया। उक्त हमलावर लोग एवं बबलू सैनी ने ट्रेक्टर पर चढ कर मेरे भाई तेजसिंह पर हमला जारी रखा,मेरे भाई तेजसिंह ने स्वयं के बचाव के लिए ट्रेक्टर की को तेजी से चलाया,जिससे बबलू सैनी के शरीर का सन्तुलन बिगड गया और बबलू सैनी ट्रेक्टर से गिर कर घायल हो गया,सूचना पर पुलिस देरी से आई,हलैना से एम्बूलेंस 108 के आने के बाद भी घायल बबलू सैनी को उससे उपचार के लिए हलैना के सरकारी अस्पताल नही ले गए,जिसे निजी एक ट्रेक्टर-ट्राॅली से हलैना अस्पताल पहुंचाया गया,जहां उपचार के समय बबलू सैनी ने दम तोड दिया। तत्कालीन हलैना थाना प्रभारी ने मेरे भाई नारायणसिंह सैनी से बदला देने के उददेश्य से मृतक के परिजनों से मिली भगत कर मेरे परिवार के 21 जनों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करावा दिया। जिसमें मेरे परिवार के अनेक लोग निर्दोष थे। जो घटना के समय गांव एवं घर पर नही थे। उन्होने बताया कि पत्र के माध्यम से पुलिस के आलाधिकारी एवं अन्य को अवगत कराया गया है कि 12 जून 2020 को मेरे परिवार की रामनीरी ने अशोक पुत्र रामखिलाडी के खिलाफ छेडछाड एवं बिना अनुमति के रात के समय घर में प्रवेश करने का नामजद मामला दर्ज कराया,जिस प्रकरण के पीडिता ने कोरोनाकाल में ही रूपवास स्थित एक अदालत में धारा 164 के वयान दर्ज कराए,उसके बाद भी हलैना थाना प्रभारी ने आरोपी को शांन्तिभंग में पकडा,जो वैर के एसडीएम ने एक दिन के लिए न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया। जबकि थाना प्रभारी ने उक्त आरोपी को उक्त प्रकरण में नही पकडा और प्रकरण में एफआर लगा दी। उन्होने बताया कि मेरे भाई नारायणसिंह सैनी ने उक्त प्रकरण को लेकर थाना प्रभारी की शिकायत एसपी,आईजी एवं सीएमओ से की। जिसके बाद से थाना प्रभारी मेरे भाई एवं मेरे परिवार से खफा हो गया। जिस पर खफा हुए थाना प्रभारी ने 30 अगस्त 2020 को किस्तुरी के द्वारा असत्य प्रकरण मेरे भतीजा राजवीर एवं डालसिंह के खिलाफ दर्ज करवा डाला,जिसमें मेरे भाई रमेशचन्द एवं दूसरे पक्ष के सहाबसिंह,रामखिलाडी व रामस्वरूप को शान्तिभंग के आरोप में पकडा,जिसको लेकर मेरे भाई नारायणसिंह सैनी ने सीएमओं में हलैना थाना प्रभारी की दुबारा शिकायत की,वही थाना प्रभारी के द्वारा हमारे परिवार पर लगाई धारा 326 की जांच के लिए एसपी से मिले,जहां से उक्त प्रकरण की जांच सहित जिस व्यक्ति के आई चोट पर लगाई धारा 326 एवं चोट की जांच के मैडिकल बोर्ड के द्वारा जांच के निर्देश दिए। जिसका मैडिकल बोर्ड के द्वारा 5 अक्टूम्बर 2020 को चोटिल हुए व्यक्ति का मैडिकल होना तय हुआ। जिसकी भनक थाना प्रभारी को लग गई,उसने स्वयं की कालगुजारी को उजागर होता देख दूसरे पक्ष के लोगों को भडका दिया और मेडिकल बोर्ड के द्वारा होने वाले मेडिकल से पहले गांव में झगडा करवा दिया,जिसमें दूसरे पक्ष के बबलू सैनी की मौत हो गई। उन्होने बताया कि थाना प्रभारी ने मेरे भाई नारायणसिंह सैनी को खुलेआम धमकी दी कि तेरे परिवार को ऐसे प्रकरण में फंसा कर जाऊंगा,तेरी कई पीढी याद रखेगी और तू मेरा कुछ नही बिगाड सकता। अब आया है मेरे कब्जे में,जा जहां भी शिकायत करनी है,करले मेरा कुछ नही बिगडेगा। उन्होने बताया कि थाना प्रभारी ने जो कहां वह कर दिखाया,मेरे भाई नारायणसिंह सैनी एवं उसकी पत्नी एवं पुत्र-पुत्री आदि को असत्य प्रकरण में फंसा दिया। मेरा भाई नारायणसिंह सैनी सहित पांच जने अब भी जेल में बन्द है,मेरी भाभी,दो भतीजी हाई कोर्ट से जमानत पर रिहा होकर आई है।