चक्रवात से पहले बदले मौसम के मिजाज, वर्षा की लगी झडी लोगों की चिंता बढी
बयाना (भरतपुर, राजस्थान/ राजीव झालानी) चक्रवाती तूफान ताउ ते के आने से पहले यहां पिछले दो दिनों से मौसम के मिजाज बदले हुए है और बरसात की झडी लगी है। चक्रवाती तूफान की आशंका के चलते लोगों की चिंता भी बढने लगी है। वहीं पुलिस व प्रशासन की ओर से इस तूफान की आशंका व बचने के उपायों और सुरक्षा को लेकर तीन दिनों से कवायद की जा रही है। कस्बा सहित गांव गांव में विभिन्न विभागों के कर्मचारीयों व अधिकारीयों की अलग अलग टीमें भेजी गई है। जो ग्रामीणों को सजग व सतर्क करने में जुटी है। बुधवार को भी सुबह से शाम तक रूक रूक कर बरसात होती रही थी। जिससे बरसाती पानी नालीयों में से उफनकर कई जगह सडकों पर भी आ गया था। कस्बे की नई सब्जी मंडी में सफाई व्यवस्था अस्त व्यस्त होने से बरसाती पानी मंडी में भर गया और वहां जमा गंदगी कीचढ में तब्दील हो गई। जिससे सब्जी विक्रेताओं सहित सब्जी खरीदने आने वाले लोगों व महिलाओं को भी काफी परेशानीयो का सामना करना पडा था। कस्बे के बाजारों में भी बरसात व बरसाती पानी के चलते लोगों को कई समस्याओं का सामना करना पडा था। वहीं तापमान में भारी गिरावट आने से कूलर ऐसी बंद व पंखों की स्पीड कम करनी पडी थी। किसानों व पशुपालकों की माने तो यह बरसात प्शुपालन व खेतीबाडी के लिए लाभदायक है। दो दिन से हो रही बरसात के चलते कस्बे के पश्चिमी दिशा में स्थित अरावती पर्वत माला की गोद में बने प्राकृतिक सप्तकुंडों व गांव शेरगढ के निकट स्थित काला झरना, इमलिया कुंड और यहां के डांग क्षेत्र के ग्वालखों व दर्र के झरनों में दूधीया बरसाती पानी के झरने बह उठे थे। जिससे काफी समय से सूखे पडे इन झरनों की रौनक फिर से निखर आई थी। इधर यहां के पुलिस कोतवाली के रिकाॅर्ड रूम में छत से लीक होकर बरसाती पानी भर जाने से वहां रखा तमाम रिकाॅर्ड व अन्य जरूरी दस्तावेज बरसाती पानी से भीगकर खराब हो गए।