जन्मभूमि स्वर्ग से भी ज्यादा महान है- मनोहरलाल रोघा
खैरथल (अलवर,राजस्थान/ हीरालाल भूरानी) हमारे पूर्वजों की जन्मभूमि सिंध के कारण ही हम आज सिन्धी कहलाते है और हमारे पूर्वजों को मजबूरी में सिंध छोड़नी पड़ी जन्मभूमि माता के समान पूज्यनीय होती है जो स्वर्ग से भी ज्यादा महान है ये उदबोधन पूज्य सिन्धी पंचायत खैरथल अध्यक्ष मुखी मनोहरलाल रोघा ने भारतीय सिन्धु सभा खैरथल की ओर से किशनगढ़बास रोड स्थिति झूलेलाल मंदिर में साय 5 बजे आयोजित अखंड भारत दिवस व सिन्धु स्मृति दिवस कार्यक्रम के दौरान भारत माता पूजन, अखंड भारत, सिंधु स्मृति दिवस विषय पर उदबोधन एव संगोष्ठी के दौरान कहे। इससे पूर्व कार्यक्रम में झूलेलाल भगवान, सिंध एवं भारत माता का पूजन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम में मंचासीन अथिति मुखी टीकमदास मुरजानी, मुखी वासदेव दासवानी,पार्षद जाजन मुलानी,करमचंद लखवानी, प्रदेश मंत्री गिरधारी लाल ज्ञानानी , हीरालाल भूरानी ने भी भारत विभाजन के दौरान बिछड़ी पवित्र भूमि सिंध को अपनी यादों में बसाये रखने और अखंड भारत के सपने को संजोए हुये भारत माता पूजन एवं सिन्धी स्मृति दिवस कार्यक्रम जोश खरोश के साथ मनाया गया।कार्यक्रम में मंच संचालन राजकुमार दादवानी ने किया।कार्यक्रम में मातृशक्ति ने भी ने भी सिंधु स्मृति दिवस पर जानकारी साझा की। इस दौरान प्रताप कटहरा, ताराचंद आसवानी,बाबूलाल गोरवानी, बूलचंद गनवानी, अर्जुन असरानी, शिशुपाल रेलवानी, लक्ष्मण भूरानी, दिनेश माखीजा, हीरालाल भूरानी, प्रमोद केवलानी, नीतू खजनानी, मोनिका केवलरामनी, शिल्पा नाजवानी, तुलसीदास भूरानी, श्यामलाल मंघनानी, धर्मदास वाधवानी, योगेश केवलरामनी, टीकम केवलानी, अजीत मंगलानी, रोचिराम मानवानी रूपचंद चंदवानी, देवीदास भगत,आदि मौजूद रहे।