छौंकरवाडा कलां के शक्तिधाम मन्दिर पर सजे छप्पन भोग
श्रद्वालुओं ने पाई छप्पन भोग प्रशादी
भुसावर (भरतपुर, राजस्थान/ रामचन्द सैनी) किरन ग्रुप गांधीधाम के चेयरमेन रमेशचन्द गुप्ता ने कहा मेला भाई चारा के प्रेतीक है,इनके आयोजन से समाज का उत्थान एवं देश का विकास होता है। ये वाक्या गांव छौंकरवाडा कलां स्थित श्री शक्तिधाम मन्दिर पर चल रहे श्री शक्ति माता मेले में एक रात माता के नाम कार्यक्रम के तहत भजन सध्यां का शुभारम्भ करते हुए कहे। ये मेला श्री एन.आर.गुप्ता चेरिटेबिल ट्रस्ट एवं किरन ग्रुप सहित शक्तिधाम माता भक्त मण्डल की ओर से आयोजित किया जा रहा है,जिसमें कोविड संक्रमण बचाव की गाइडलाईन की पालना करते हुए अनेक धार्मिक कार्यक्रम आयोजित हो रहे है। मेला किरन ग्रुप के चेयरमेन रमेशचन्द गुप्ता के मुख्य आतिथ्य एवं पूर्व जिला प्रमुख द्वारिकाप्रसाद गोयल की अध्यक्षता में लग रहा है,जबकि विशिष्ठ अतिथि पूर्व सरपचं नेमीसिंह ,सहकारिता विभाग के सेवानिवृत व्यवस्थापक रमेश बंसल ,प्रमुख व्यवसायी लक्ष्मणप्रसाद बंसलएसमाजसेवी सुभाषचन्द गुप्ता रहे। रमेशचन्द गुप्ता ने कहा कि इनके आयोजन से देश ,समाज व परिवार की एकता व अखण्डता कायम रहती है और देश का उत्थान होता है एवं समाज में व्याप्त बुराईयां दूर होती है। पूर्व जिला प्रमुख द्वारिकाप्रसाद गोयल ने कहा कि मेला ही भारतीय संस्कृति की देन हैएजहां मेला लगता है ,वहां मानव का मिलन होता है और एक.दूसरे में प्रेम की भावनाएं जागरूक होती है। मेला कमेटी के प्रभारी द्वारिकाप्रसाद एवं सचिव सुभाषचन्द बंसल ने बताया कि श्री एन.आर.गुप्ता चेरिटेबिल ट्रस्ट एवं किरन ग्रुप गाधीधाम तथा गांव के सर्वसमाज की ओर से श्री शक्तिधाम मन्दिर पर साल 1997 से प्रतिसाल माता शक्ति मेला लगता आ रहा है , मेले के पहले दिन वेदमन्त्र एवं देवी.देवताओं के जयघोष के साथ पताका फहराई गई ,जिसके बाद माता की फूलबंगला व छप्पनभोग की झाकी सजाई ,जिसके बाद माता की जोत के साथ रात जगा कार्यक्रम हुआ। रात्रि को एक रात माता के नाम कार्यक्रम के तहत माता का जागरण हुआ ,जिसमें राजस्थान ,उत्तरप्रदेश ,दिल्लीएगुजरात प्रान्त सहित स्थानीय गायक.गायिकाओं ने माता की भेंट एवं भजन की प्रस्तुति दीएसाथ ही अलीग ,मथुरा ,आगरा ,बयाना के कलाकारों ने बृज के नृत्य की प्रस्तुति ,इसके अलावा भगवान शिव.पार्वति ,राधा.कृष्ण नृत्य सहित भगवान श्रीकृष्ण के सखा सुदामा की प्रस्तुति दी। मेले में भरतपुर ,व्यावर ,अलवर ,मथुरा ,आगरा ,दौसा ,करौली ,कोटा ,जयपुर जिले सहित गुजरातए हरियाणा ,दिल्ली ,उत्तरप्रदेश ,मध्यप्रदेश आदि प्रान्त के श्रद्वालुओं माता शक्ति की दर्शन किए।