खाध सामग्री की किट कचरा गाडी से ढो रहे सफाईकर्मी
बयाना भरतपुर
बयाना 16 जून। काम को आफत समझ एक दूसरे के सिर मढने की प्रवृति के साथ ही कुछ सरकारी कार्मिक तो अब मानवीय संवेदनाओं व संक्रमण और स्वपच्छता नियमों की भी अनदेखी करने लगे है। ऐसा ही नजारा मंगलवार को यहां देखने को मिला। जब नगरपालिका की गंदी कचरा गाडी में पालिका के सफाईकर्मी खाध सामग्री की सरकारी किटों को ढोते हुए देखे गए। प्राप्त जानकारी के अनुसार खाध सामग्री की यह किटें लाॅकडाउन के दौरान गरीब मजदूर व पीडित लोगों को बंटवाने के लिए प्रशासन की ओर से मंगवाई गई थी।
इस दौरान गांव शेरगढ के ग्रामीणों सहित विभिन्न सेवाभावी लोगों की ओर से भी जरूरतमंदों को निशुल्क वितरण के लिए ऐसी सहायता सामग्री प्रशासन को उपलब्ध कराई गई थी। जिसका तब वितरण भी कराया गया था। जिनमें से काफी खाध सामग्री की किटें बच भी गई थी। जिनमें से करीब 60 किटें यहां के हाईस्कूल में बनेे एक अस्थाई गोदाम में रखी थी। खाध सामग्री की इन बची किटों को मंगलवार को नगरपालिका प्रशासन को सौंपा गया था। जिन्हें पालिका की ओर से अतिगरीब व बेसहारा लोगों की सूची तैयार कर वितरित किया जाना बताया। स्कूल के अस्थाई गोदाम से खाध सामग्री की इन किटों को पालिका के सफाईकर्मी मंगलवार को एक गंदी कचरा गाडी में भरकर ले गए जिन्हें दमदमा रोड स्थित नगरपालिका के एक भवन में रखवाया गया है।उन्होंने स्वच्छता व संक्रमण नियमों की अनदेखी के साथ ही मानवीय संवेदनाओं को भी ताक पर रख दिया। इस बारे में जब पालिका के वहां मौजूद कार्मिकों से जानकारी चाही गई तो वह कन्नी काटते व मुंह छुपाते नजर आए जबकि अधिकारी सरकारी मीटिंग में शामिल होने गए बताए।
बयाना संवाददाता राजीव झालानी की रिपोर्ट