तगादा करने के बहाने साइबर ठग ने उडाए 25000 रुपये
बयाना (भरतपुर, राजस्थान/ राजीव झालानी)। बयाना कस्बा सहित ग्रामीण क्षेत्रों में सक्रिय अज्ञात साईबर ठगों की ओर से की जा रही साइबर ठगी की वारदातंे थमने का नाम नही ले रही है। बाईक चोरी की वारदातों की भांति पिछले दो दिनों में साईबर ठगी की वारदातों के ऐसे चार मामले सामने आ चुके है। जिनमें से तीन पीडितों की ओर से पुलिस में भी परिवाद दर्ज कराए गए है। बुधवार को भी गांव कारबारी के नगला जोगी निवासी एक ग्रामीण ऐसी ही साईबर ठगी का शिकार हो गया और अज्ञात साईबर ठग ने कुछ ही सैकेंडो में उसके बैंक खाते से 25 हजार रूप्ए पार कर दिए। पीडित ब्रजेन्द्र पुत्र रामनाथ जोगी ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि उसने निकट के कस्बा निवासी एक व्यवसाई से खेती की सिचाई के लिए उधार पाईप खरीदे थे। बुधवार को उसके फोन पर अज्ञात ठग ने फोन करते हुए पहले अपनापन दिखाया फिर कहा कि आपने बाकी पैसे अभी तक नही दिए है। आज भुगतान करो। उसने समझा कि यह वही पाइप वाला दुकानदार अपने बकाया पैसों का तगादा कर रहा है। तो उसने पैसे दुकान पर पहुंचाने की बात कही तो अज्ञात साईबर ठग ने कहा कि तुम क्यों परेशान होते हों मैं आपके मोबाइल पर बारकोड डाल रहा हूं आप उसे स्कैन करके पैसे डाल देना और जब उसने बारकोड स्कैन किया तो उसके खाते से 24 हजार 999 रूप्ए पार हो गए। पुलिस ने परिवाद दर्ज कर जांच शुरू की है।
पुलिस पस्त साईबर ठग मस्तः- बयाना क्षेत्र में आए दिन हो रही साईबर ठगी की वारदातों को लेकर पुलिस की ओर से अभी तक किसी भी साईबर ठग का खुलासा नही किए जाने से साईबर ठगों के होंसले बुलंद है। पीडित जब साइबर ठगों के संबंध में पुलिस के चक्कर काटते है तो पुलिस साइबर ठगों की सर्चिंग या ऑनलाइन ठगी गई राशि का भुगतान होने से रोकने की कार्रवाही के बजाए उन्हें कोई ना कोई बहानेबाजी कर या फिर उलटे पीडित में ही खामियां निकालकर उन्हें टरका देती है। या फिर उन्हें साईबर सैल भरतपुर का रास्ता दिखा दिया जाता है। रोचक बात तो यह है कि साईबर ठग भोले भाले ग्रामीणों के साथ ही अब पढे लिखे लोगों व अधिकारीयों और कर्मचारीयों को भी अपना निशाना बनाने लगे है। पिछले दो दिनों में इन साइबर ठगों ने कम्प्यूटर सॉफ्टवेयर प्रशिक्षित बेरोजगार युवकों को भी अपना निशाना बनाया। इसी से अज्ञात साईबर ठगों के हौंसलों का अंदाजा लगाया जा सकता है।