अनलाॅक के साप्ताहिक बन्द के बाबजूद, खुले बाजार
बयाना / भरतपुर / राजीव झालानी
बयाना कोरोना महामारी के दौर में लाॅकडाउन में ढील व अनलाॅक के साप्ताहिक बन्द के बाबजूद रविवार को कस्बे के बाजारो में अधिकांश दुकानदारो ने अपनी दुकाने खोली। इस दौरान कोबिड गाइडलाइन, सोशल डिस्टेंस व मास्क लगाने जैसे नियमो की धज्जियां उडती देखी गई। अधिकांश दुकानदारो व बाजारो में आऐ लोगो को देखकर ऐसा लग रहा था कि जैसी अब कोरोना महामारी का संकट टल गया हो न तो किसी को कोरोना की चिन्ता थी ना ही किसी को मास्क लगाने व सोशल डिस्टेंस की परवाह थी। बाजार खुलने व नियमो की अवहेलना की सूचना व्यवसायिक संगठनो की ओर से स्थानीय पुलिस व प्रशासन के अधिकारियो को भी दी गई थी। किन्तु उनकी ओर से भी कोई कार्रवाही नही की जा सकी थी। जिससे नियमो की धज्जियां उडाने वाले दुकानदारो व अन्य लोगो के होंसले बुलन्द देखे गऐ। अब पुलिस व प्रशासन सहित अन्य कोरोना वारियर्स भी मानो कोरोना से थक हार कर अपनी थकान मिटाने में लगे है। कस्बे के जागरूक लोगो का कहना था कि यह छोटी सी लापरवाही व थोडी सी कमाई का लालच लोगो के जीवन को बहुत भारी पड सकता है। उन्होने कोरोना महामारी से बचाव के लिऐ पुलिस व प्रशासन सहित अन्य विभागो के अधिकारियो से भी पूर्व की भांति सख्ती से नियमो की पालना कराये जाने की अपील की है। इधर कस्बे की थोक व रिटेड सब्जी मण्डी में तो कोरोना गाइड लाइन के नियमो की रोजाना ही धज्जियां उडाई जा रही है। सम्बन्धित विभाग की ओर से यहां भी कभी कोई कार्रवाही नही किये जाने से सब्जी मण्डी के लोग भी बेपरवाह बने हुऐ है।