संवेदनशील गहलोत सरकार में सुनवाई नहीं होने से आयुष नर्सेज में पनप रहा है असन्तोष
आयुष नर्सेज का काली पट्टी अभियान शनिवार को भी रहा जारी
जयपुर (राजस्थान) :-पर्यावरण दिवस के मौके पर शनिवार को प्रदेश के हजारों आयुर्वेद, होम्योपैथी व यूनानी नर्सेज तथा बेरोजगार नर्सेज ने मिलकर अखिल राजस्थान राज्य आयुष नर्सेज महासंघ के प्रदेश व्यापी आह्वान पर अपने-अपने औषधालय व घरों में वृक्षारोपण अभियान के तहत एक एक पेड़ लगाकर कर अपनी मांगों के प्रति मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का ध्यानाकर्षण करवाया
महासंघ के प्रदेश महामंत्री सत्यवीर सिंह ने पर्यावरण दिवस के अवसर पर ग्राम नेवाडा व राजकीय आयुर्वेद अस्पताल नेवाडा में पेड़ लगाकर अभियान की शुरुआत की जिसमे औषधालय परिसर में नीम गिलोय रोपी गई ध्यातव्य है विगत एक वर्ष से इस कोरोना महामारी में लगातार आमजन की सेवा में जुटे प्रदेश के आयुष नर्सेज की वाजिब व गैर वित्तीय मांगों की भी राज्य की संवेदनशील गहलोत सरकार में सुनवाई नहीं होने से प्रदेश के समस्त आयुष नर्सेज में धीरे धीरे भारी असन्तोष पनपता जा रहा है !
मेडिकल नर्सेज की तर्ज पर आयुष नर्सेज का भी पदनाम परिवर्तन करने , नर्सेज का कैडर रिव्यू करने, आयुष अस्पतालों के ओपीडी समय से एक घण्टे का लन्च ब्रेक हटाने, आयुर्वेद विभागन्तर्गत 550 नर्सेज भर्ती का विज्ञापन जल्द जारी करने, कोरोना को हराने के लिये वर्ष 2013 की भर्ती के वंचित 1005 बेरोजगार नर्सेज की नियुक्ति करने आदि प्रमुख मांग है जिनका समाधान प्रशासनिक विभाग के स्तर पर अटका हुआ है ! तो फिर 30 जून को मनायेंगे काला दिवस महासंघ के दिनेश कटारा हरिराम यादव ,रामरूप सैनी थाननसिंह अशोक कुमार , छेदा लाल,ओमप्रकाश रजनीश, सहित अनेक पदाधिकारियों ने इस मौके पर कहा कि सभी लोकतांत्रिक व गांधीवादी तरीके अपनाने के बाद भी सरकार ने 21 जून तक नर्सेज की उक्त मांगों का महासंघ के साथ वार्ता करके समाधान नहीं किया तो फिर प्रदेश के सभी आयुष नर्सेज मिलकर 30 जून को काला दिवस के रूप में मनाकर सरकार के प्रति अपनी गहरी नाराजगी जाहिर करेंगे!
विश्व पर्यावरण दिवस पर आयुष नर्सेज महासंघ के प्रदेश व जिला पदाधिकारियों सहित सैकड़ों नर्सेज व बेरोजगार नर्सेज ने अपने अपने अस्पतालों व घरों में एक एक औषधीय पौधा लगाने व उस पौधे से वृक्ष बनने तक उसकी देखभाल करने का भी संकल्प लिया ताकि हमारी आने वाली पीढ़ियों को ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर के ऊपर निर्भर नहीं रहना पड़े ! महासंघ की इस पहल की चारों ओर सराहना की जा रही है !
- रिपोर्ट- रामचंद सैनी