बाजरे की फसल काटने में लगा किसान लेकिन मौसम की बेरूखी से अन्नदाता की चिंता बढ़ी
बहरोड (अलवर, राजस्थान/ सुभाष यादव)
बहरोड़ उपखंड क्षेत्र में पिछले कुछ दिनों से मौसम के बिगड़े मिजाज ने किसानों के माथे पर चिन्ता की लकीर खींच दी है। इलाके में दिनभर धूप-छाॅव की स्थिति बनी रहती है। इसके साथ कभी रिमझिम तो कभी बारिश भी हो जाती है। जिसके चलते बाजरे और तिल की पककर तैयार खड़ी फसल में नुकसान को लेकर किसान चिन्तित नजर आ रहा है। गौरतलब है कि शुरूआती दौर में बोई गई तिल और बाजरे की फसल पककर तैयार है। जिसके लिए कटाई भी शुरू हो गई है। ऐसे में कटी फसल खेतों में ही पड़ी है। ऐसे में इन दिनों होने वाली बारिश से फसल को होने वाले नुकसान को लेकर किसान चिन्तित है। आसमान में छाये बादलों और बारिश के चलते किसान सुबह से ही खेतों में फसल को सुरक्षित रखने के जुगाड़ में लगे नजर आ रहे हैं। क्षेत्र के किसानों का कहना है कि मौसम साफ नहीं हुआ तो बाजरे का दाना खराब होने से गुणवत्ता में कमी आ जायेगी। वहीं सूखने में कमी आने से उत्पादन भी प्रभावित होगा। और पशु चारा भी खराब हो जाएगा जिससे किसानों को आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ेगा। इसी प्रकार तिल को निकालने में भी परेशानी आयेगी। किसान मौसम साफ होते ही खेतों में पहूॅचकर गीली सुखी फसल को काटने और दाना निकालने में जुट हुए हैं।