क्षमा वीरो का आभूषण है बदला लेने से बड़ा क्षमा करने वाला होता है
डीग / भरतपुर /पदम जैन
ड़ीग -21 सितंबर क्षमा वीरो का आभूषण है । दूसरे द्धारा की गई गलती या अपमान का बदला लेने या उसे पराजित करने से बड़ा उसे क्षमा कर देने वाला होता है। क्योंकि पराजित हुए व्यक्ति के मन में जिसने उसे हराया है उसके प्रति कषाय का भाव जीवन पर्यंत वना रहता है। जबकि यदि आप अपने दुश्मन को क्षमा करते हैं तो उस व्यक्ति के मन से बैर और बदले के भाव सदा के लिए समाप्त हो जाते है। इस लिए क्षमा वाणी को उतारना ही सच्ची मानवता है यह बात मंगलवार को श्री दिगंबर समाज द्वारा आयोजित क्षमाबाणी उत्सव में जैन धर्म के संरक्षक महावीर प्रसाद जैन ने कहे।
क्षमावाणी दिवस के अवसर पर जैन मंदिरों को विशेष रूप से सजाया गया प्रातः पूजा प्रक्षाल अभिषेक शांतिधारा के बाद क्षमा वाणी पूजा की गई । कलसाभिषेक और सामूहिक आरती के बाद लोगों ने एक दूसरे के चरण स्पर्श कर वर्ष भर में जाने अनजाने में मन वचन और कर्म से की गई गलतियों के लिए एक दूसरे से क्षमा मांगी। इस मौके पर मनवीर जैन अध्यक्ष गोपाल प्रसाद जैन पदम जैन धर्मेंद्र जैन कोका राम जैन सुरेश चंद जैन राजेंद्र जैन अजय जैन विनोद जैन भीखचंद जैन वीरेंद्र जैन हरिबाबू जैन इंदर जैन तारा जैन कमलेश जैन गोपी जैन भारत जैन हरीश जैन मनोज जैन नीरज जैन सहित बड़ी संख्या में जैन समाज के लोग मौजूद थे।