कोरोना मे भगवान भी हुए लूट के शिकार
राजगढ़ (अलवर, राजस्थान/ मोहित माहेश्वरी) प्राचीन मंदिर दाऊजी महाराज पाई का वाडा़ रोड सकट में कोरोनोकाल के चलते इस मंदिर में असामाजिक तत्वों ने पांच ताले एक मेन गेट जो पहले लगा हुआ था कुँए के पास का कमरा जिसका ताला तोड़कर दो प्लास्टिक के बडे़ ड्रम दो लोहे के दो गैती चार फावडे सात परात दो सब्बल एक छोटी एक बड़ी एक बजरी छानने का लोहे का चलना चार चाडी तेईस बल्लिया जिसमे 13 बडी़ और 10 छोटी नौ फड़ एक खटिया कुंए के पास वाले कमरे के अंदर रखा सामान है जिसे ताला तोड़कर ले गये । दाऊजी के मंदिर के अंदर के कमरे का ताला तोडकर उसमें रखा हुआ सामान कुआँ खुदाई के दौरान निकली हुई खंडित मूर्तियों और 8 से 10 तस्वीरें चुरा ले गये । दाऊजी के मंदिर के अगल और बगल के कमरों में बड़ की लकडि़याँ बलिता भरा हुआ था । उन दोनों कमरों में लोह की किवाड़ लगी थी और ताला लग रहा था अब ना तो ताला है ना किवाड़ है और ना ही सामान है। दाऊजी मंदिर के बाहर के तीन गेट के छ: पल्ले थे जो कि अब नहीं हैं । दाऊजी के चार दीवारी के अंदर 5 ट्राँली बजरी का ढेर और 15 टाली पत्थर जगह जगह पडा़ हुए थे और दो ढे़र बजरी के सैढे़ का पडा़ हुए थे जो कि अब नहीं है । दाऊजी के मंदिर का जो डंडा हुआ है वो भी अब क्षतिग्रस्त कर दिया गया है । मन्दिर के व्यवस्थापक नीरज का कहना है कि सकट के पूर्व सरपंच भैरूबक्स मोदी ने इस मन्दिर का निर्माण कराया था उनके बाद इस मन्दिर की मूर्ति खन्डित कर असामाजिकतत्वो ने इसे खन्डर कर दिया। जिसका पुननिर्माण व्यवस्थापक स्वयं ने निजी लागात से मंदिर को काफी लागत के साथ बनाया था । जिसकी स्वीकृति पंचायत से 2002 व 2003 में ले चुके है मंदिर रिर्कोडेड है। ग्राम सकट मे मन्दिर के साथ दूसरी बार नाइन्साफि हुई है। मन्दिर का निजि होना उसके लिए अभिशाप शापित हो रहा है। धार्मिकता मे अव्वल गाव एक मन्दिर की लाज बचाने मे असमर्थ है।