गुर्जर आंदोलनकारी 10 वें दिन भी जमे रहे रेलवे ट्रैक पर
बयाना भरतपुर
बयाना/सूरौठ 10 नवम्बर। गुर्जर आरक्षण आंदोलनकारीयों की ओर से अपनी मांगों के समर्थन में गत 1 नवम्बर को शुरू किया गया आंदोलन मंगलवार को 10 वें दिन भी जारी रहा और यह आंदोलनकारी आज भी यहां के पीलूपुरा रेलवे ट्रैक पर कर्नल किरोडीसिंह बैंसला के पुत्र विजय बैंसला के नेतृत्व में जमे रहे और दिनभर अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी करते हुए देवनारायण भगवान के जोशीले नारे लगाते रहे थे। इस दिन उत्तरप्रदेश के ग्रेटर नोएडा से पहुंचे जतन प्रधान व अन्य लोगों ने भी रेलवे ट्रैक पर जमे बैठे आंदोलनकारीयों की मंागों व कर्नल बैंसला का समर्थन व हौंसला अफजाई करते हुए कहा कि अगर केन्द्र व राज्य सरकार ने गुर्जरों की मांगे नही मानी तो दिल्ली व ग्रेटर नोएडा के उत्तरी भाग को पूरी तरह जाम करदिया जाएगा। उन्होंने गुर्जर आरक्षण को केन्द्र सरकार से भी 9 वीं अनुसूची में शामिल करने की मांग करते हुए कहा कि कश्मीर से कन्याकुमारी तक का गुर्जर समाज अपने संघर्ष व मांगों को लेकर एकजुट है। केन्द्र व राज्य सरकार उनकी मांगों का शीघ्र निवारण करे अन्यथा देशव्यापी आंदोलन को तैयार रहे। रेलवे ट्रैक पर जमे बैठे गुर्जर आंदोलनकारीयों का समर्थन व हौसला अफजाई करने इस दिन तिमनगढ शिवालय से एक साधू भी पहुंचा। जिसने समाज की मांगों का समर्थन किया। पीलूपुरा रेलवे ट्रैक के पास ही बयाना हिण्डौन मेगाहाइवे पर तीन दिन पूर्व सडक पर लगाया गया जाम आज भी जारी रहा। अब वहां से दुपहिया वाहनों को भी नही निकलने दिया जा रहा है। ऐसी हालत में आसपास के ग्रामीणों को भी दूसरे अन्य लम्बे रास्तों से अपने गंतव्य तक आना जाना पड रहा है। जिससे इन ग्रामीणों सहित अन्य लोगो का भी परेशानीयों का सामना करना पड रहा है।
मंगलवार को वहां होकर अपनी बाइक से डीजल लेने जा रहे एक ग्रामीण से व सोमवार को एक जीप चालक से भी आंदोलनकारीयों की तीखी कहासुनी हो गई थी। अज्ञात शरारती की हरकत से जीप का अगला शीशा भी टूट गया था। आज पीलूपुरा रेलवे ट्रैक पर गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिती के संयोजक कर्नल किरोडीसिंह बैंसला की अनुपस्थिती में उनके पुत्र विजय बैंसला आंदोलन कारीयों की अगुवाई करते रहे उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि वह अपनी मांगों को लेकर सरकार के मुखिया से वार्ता करने को तैयार है किन्तु रेलवे ट्रैक से तब तक नही हटेंगे जब तक उनकी मांगे नही मान ली जाऐंगी। उन्होंने कहा कि गुर्जर समाज देश की मुख्य धारा व विकास की तुलना में बहुत ही पिछडा हुआ है। जिसे विशेष पिछडा वर्ग के आरक्षण व उनकी सभी मांगों को मंजूर किए जाने की विशेष आवश्यकता है। पीलूपुूरा आंदोलन स्थल पर मंगलवार 10वें दिन भी अन्य दिनों जैसी भीडभाड बनी रही थी। वहीं पुलिस प्रशासन की टीमें विशेष चैकसी बरते हुए थी। भरतपुर के जिला कलैक्टर नथमल डिडेल व पुलिस महानिरीक्षक संजीव नार्जरी भी इस दिन बयाना में ही कैम्प कर पल पल की खबर लेते देखे गए। इधर आंदोलन की कमान संभाल रहे विजय बैंसला ने आज मीडिया से बात करते हुए कहा कि उन्हें उम्मीद है कि सरकार उनसे सकारात्मक वार्ता करेगी व जल्द ही उनकी मांगोें का हल कर समाज को दिवाली का पावन त्यौहार अपने घर पर मनाने का अवसर प्रदान करेगी। आज विजय बैंसला काफी नरम व सकारात्मक मूड मे नजर आए। यहां यह भी गौरतलब रहे सोमवार को पुलिस कोतवाली में उनके व उनके करीब 90 नामजद साथियों सहित अन्य सैंकडों आंदोलनकारीयों के विरूद्ध रेल व सडक यातायात जाम करने, सरकारी सम्पत्ती को नुकसान पहुंचाने और महामारी अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया हैै। इससे पूर्व गत 17 अक्टूबर को गांव अड्डा में महापंचायत किए जाने के बाद भी पुलिस की ओर से कर्नल बैंसला व उनके पुत्र विजय बैंसला सहित 33 अन्य नामजद आरोपीयों व सैंकडों अन्य लोगों के विरूद्ध भी विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था। एक महीने से भी कम समय में दो दो मुकदमें दर्ज होने को लेकर आंदोलनकारीयों सहित अन्य लोगों में भी तरह तरह की चर्चाऐं होने लगी है।
बयाना संवाददाता राजीव झालानी की रिपोर्ट