छापेमारी में शराब ठेके पर मिली हरियाणा की शराब, कोई पुख्ता जवाब नहीं दे पाए आबकारी अधिकारी
5 पेटी बियर व पांच पेटी देसी शराब बरामद, अधिकारी के अनुसार एक बीयर की पेटी हरियाणा छाप शराब
रामगढ़ (अलवर, राजस्थान/ अमित भारद्वाज) रामगढ़ कस्बे के गोविंदगढ़ मोड़ पर स्थित शराब के ठेके पर हरियाणा मार का शराब उतारने को लेकर आबकारी विभाग के अधिकारी सवालों के कोई पूछता पुख्ता जवाब नहीं दे पाए गुरुवार को साईं लगभग 7:30 बजे कथित रूप से बिक्री के लिए हरियाणा की शराब जीप में ठेके पर उतारते हुए ठेकेदार को लोगों ने रंगे हाथों पकड़ लिया उक्त लोगों ने शराब पेटी पैक ठेके में पहुंचने के बाद सेल्समैन को बाहर निकाल फेंके मैं हरियाणा शराब उतारने की सूचना स्थानीय थाना पुलिस एवं आबकारी विभाग को दी जिस पर थाना पुलिस ने मौके पर पहुंच लोगों को मौके से हटा और ठेके के अंदर आपकारी विभाग का अधिकार क्षेत्र बता विभाग के अधिकारियों का आने का इंतजार किया।
औपचारिकता में हुई छानबीन संबंधित विभाग द्वारा हरियाणा मार्ग की शराब को ठीक तरीके से देखने के बजाय ठेके के कर्मी द्वारा दिखाई जा रही बेटी ही देखी गई जबकि सैकड़ों की संख्या में शराब की पेटियां थी। 5 पेटी देसी या 5 पेटी बियर को गाड़ी में रख लिया और प्रारंभ से ही मीडिया कर्मियों से तू तू मैं मैं करने लग।
- 1. लगभग डेढ घंटे का इंतजार कराया, जबकि कस्बे में ही आबकारी थाना है।
- 2. दल बल के साथ मौके पर पहुंचे आबकारी अधिकारी नारायण सिंह मीडिया का जमावड़ा देख सकते में आ गए। और कैमरे चलते देख आते ही भड़क गए।बजाय अपनी कार्यवाही के मीडियाकर्मियों से उलझना मौके पर मौजूद सैंकड़ों लोगों की भी समझ से दूर था।
- इस बीच लोगों में आबकारी अधिकारियों और ठेकेदार के बीच आने से पहले ही मिलीभगत हो जाने की कानाफूसी शुरू हो गई।
- 3. आबकारी अधिकारी नारायण सिंह ने ठेके के अंदर कथित रुप से मौजूद हरियाणा मार्का शराब की छानबीन करने की बजाय ठेकेदार के सेल्सकर्मियो द्वारा बताए गए शराब पेटियों को अपनी सरकारी गाड़ी में रखवाना शुरू कर दिया।और मात्र दस से पन्द्रह मिनट में बीस पेटी शराब व बीयर उठाकर खानापूर्ति कर दी।
- जबकि होना यह चाहिए था कि ठेके के अंदर मौजूद दर्जनों पेटियों की छानबीन होनी चाहिये थी।
- 4. सरकारी वाहन में पेटी रखवाने के बाद मीडिया को स्टेटमेंट देते हुए आबकारी अधिकारी नारायण सिंह ने कहा कि ठेके से 15 पेटी देशी शराब और 5 पेटी किंगफिशर बियर कब्जेराज की है।
- एक बार भी यह नहीं कहा कि इसमें हरियाणा मार्का शराब है। आबकारी अधिकारी बरामद माल को राजस्थान ही बताते रहे।
- माल राजस्थान का बताने के साथ अधिकारी यह बताने का असफल प्रयास करते रहे कि इस माल को जबरदस्ती दूसरे ठेकेदार ने यहां भेजा है।
- 5 अधिकारी ने जब बरामद शराब को राजस्थान की होना बताया तो सवाल खड़े हुए जिस पर जांच हो जाने की बात की गई।
- 6. लीपापोती के कारण उलझ चुके अधिकारी समझ चुके थे कि अब मामला बिगड़ सकता है।
- मामला बिगडता देख नारायण सिंह एक बार फिर मीडिया को स्टेटमेंट देने लगे ।
- इस बार अपने स्टेटमेंट में उन्होंने बीयर की एक पेटी हरियाणा मार्का की होना स्वीकार किया। मीडिया के दबाव के बाद नारायण सिंह ने एक पेटी हरियाणा मार्का मान पीछा छुड़ाने का प्रयास किया।
- लेकिन सवाल फिर भी यही हुआ कि पेटी बाहर से राजस्थान की हैं और उनमें अंदर शराब हरियाणा की है।
- वहीं एक सवाल यह भी था कि अधिकारी ने मिलीभगत के कारण वही पेटी ठेके से उठाई जो सेल्समैन ने बताई। जबकि ठेके में और दर्जनों पेटियां शेष थी।
- लोगों ने अधिकारियों पर आरोप लगाए कि हरियाणा मार्का की जो शराब सांय सात बजे ठेके में गाड़ी से उतारकर रखी गई उन्हें या तो ठेके में ही जानबूझकर छोड़ दिया गया या फिर जप्त करने के बावजूद उन्हें राजस्थान की ही बताने का प्रयास किया गया