लघु उधोग प्रोत्साहन शिविर में रोजगार के अवसरों की दी जानकारी
बयाना (भरतपुर, राजस्थान/ राजीव झालानी) जिला उधोग केन्द्र भरतपुर की ओर से बुधवार को यहां के पंचायत समिती सभागार में मुख्यमंत्री लघु उधोग प्रोत्साहन योजना व मिशन निर्यातक बनो कार्यक्रम के तहत उघमिता प्रोत्साहन व आमुखीकरण शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें आए व्यवसाईयों व उधोग एवं व्यवसाय स्थापित करने के इच्छुक युवाओं को स्वरोजगार के लिए विभिन्न व्यवसाय व लघु उधोग एवं विभिन्न वस्तुओं के निर्यात आदि योजनाओं की जानकारी देते हुए पंजीकरण भी किया गया। शिविर में जिला उधोग प्रसार अधिकारी सूर्यकांत पांडे ने शिविर में शामिल हुए लोगांे को विभिन्न योजनाओं की जानकारी देते हुए बताया कि राजस्थान में उधोगों की सरल स्थापना व सभी वर्गों के लोगों को रोजगार के नए अवसर उपलब्ध कराने के लिए बैंको के माध्यम से ब्याज अनुदान युक्त ऋण उपलब्ध कराने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री लघु उधोग प्रोत्साहन योजना आरंभ की गई है। जिसका 18 वर्ष से अधिक आयु का पंजीकृत संस्थागत आवेदक या स्वयंसहायता समूह आदि लाभ उठा सकेंगे। योजना के अंतर्गत बैंको द्वारा विनिर्माण व सेवा आधारित उधोगों की स्थापना, विस्तार , विविधीकरण, आधुनिकरण तथा संयंत्र या मशीन वर्कशै, फर्नीचर उपकरण कच्चेमाल इत्यादि के लिए अधिकतम 10 करोड रूप्ए तक के ऋण उपलब्ध कराए जा सकेंगे। जबकि व्यापार के लिए अधिकतम 1 करोड रूपए तक के ब्याज अनुदान युक्त ऋण उपलब्ध कराए जा सकेंगे। इन ऋणों की 25 लाख रूप्ए तक 8 प्रतिशत, 25 लाख से 5 करोड तक 6 प्रतिशत व 5 करोड से 10 करोड रूप्ए तक 5 प्रतिशत की दर से ब्याज लगेगा। योजना का लाभ पाने के लिए ऑनलाइन आवेदन किए जा सकेंगे। शिविर में प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, युवा व महिला रोजगार कार्यक्रम, हस्तशिल्प एवं बुनकर सहायता योजना, आदि की भी विस्तार से जानकारी दी गई। शिविर में उधोग सहायक अमित शर्मा ने आवेदकों के आवेदन फार्म तैयार करवाकर पत्रावलीयां तैयार की।