सूचना के अधिकार कानून का लक्ष्मणगढ़ विकास अधिकारी कर रहे हैं उल्लंघन
आरटीआई कार्यकर्ता के रिसिप्ट मांगने पर प्रताड़ित कर भगाया मौके पर पुलिस बुलाकर, महिला के केस में फंसाने की बात कही
लक्ष्मणगढ़ (अलवर, राजस्थान/ गिर्राज सौलंकी) लक्ष्मणगढ़ पंचायत समिति में कार्यरत विकास अधिकारी दिनेश शर्मा के पास आज कस्बे निवासी प्रकाश प्रजापत आरटीआई कार्यकर्ता ने नजूल संपत्ति के लिए परिसर में दिए गए पट्टे के विवरण के लिए आरटीआई लगाई थी। जिसे लेकर विकास अधिकारी जी ने उसे यह कहते हुए प्रताड़ित किया कि क्या करेगा तू आरटीआई का ,तेरा खेत वहां आ रहा है, या दुकान आ रही है। तुझे पता नहीं किसने भरकर भेजा है। तुझे किसी और ने मोहरा बना रखा है। इस तरह अनेक शब्द कहते हुए। उसे प्रताड़ित करते रहे। वह सब कुछ सुनता रहा फिर भी आरटीआई कार्यकर्ता प्रकाश प्रजापत ने कहा था। कि साहब मुझे तो आप इस पर रिसिप्ट दे दीजिए। जिस पर विकास अधिकारी ने आरटीआई व रिसिप्ट कॉपी दोनों को ही रख लिया। और जा पहुंच जाएगी तेरे घर इस तरह आरटीआई कार्यकर्ता को प्रताड़ित कर ऑफिस से भगाया। जिसके पश्चात प्रकाश प्रजापत आरटीआई कार्यकर्ता निराशा पूर्वक अपने पिता के पास पहुंचा और सब कुछ आप बीती बतलाई इसके पश्चात पिता ने और आरटीआई कार्यकर्ता मोहनलाल व पत्रकार गिर्राज सोलंकी को बुलाकर विस्तृत जानकारी दी जिस पर प्रकाश प्रजापत के साथ उसका पिता मोहनलाल समाजसेवी आरटीआई कार्यकर्ता पंचायत समिति परिसर में पहुंचकर विकास अधिकारी से वार्तालाप करने के लिए वहां के गेट पर महिला चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी को बोला गया कि अधिकारी जी को बोलो हम मिलना चाहते हैं । जिस पर उनका जवाब था। कि अभी साहब मीटिंग में है। हम इंतजार में बैठ गए जिसके पश्चात विकास अधिकारी जी ने अंदर से ही फोन कर पुलिस को बुलवा दिया और महिला चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी से अभद्र भाषा सहित अनेकों आरोप-प्रत्यारोप लगाने की बात कही मौके पर पुलिस पहुंची पुलिस ने विकास अधिकारी जी से लिखित आरोप शिकायत देने की बात कही आप लिखित दीजिए जो भी होगी जांच की जाएगी अब देखना यह है की क्या विकास अधिकारी जी इस तरह समाजसेवी कार्यकर्ताओं आरटीआई कार्यकर्ताओं को कब तक जवाब नहीं देते हैं। कब तक यूं ही झूठे केसों में इन्हें उलझाते रहेंगे और अब पुलिस का यह विषय है कि इसमें क्या दूध का दूध और पानी का पानी कर पाती है। और पर खास बात तो यह है की आरटीआई कार्यकर्ताओं ने प्रशासक काल में ग्राम पंचायत लक्ष्मणगढ़ के द्वारा नरेगा कार्य में किए गए लाखों रुपए के घोटाले को लेकर जांच चल रही है। जिसमें सब कुछ मामला सामने आ चुका है अधिकारी कर्मचारी इसमें दोषी पाए जा रहे हैं अब ऐसे में अधिकारी चाहते हैं कि आरटीआई कार्यकर्ताओं को किस तरह से फसाया जाए ,आरटीआई कार्यकर्ता को फसाने के लिए महिला कर्मचारियों को आगे लेकर आए हैं। ताकि संभागीय आयुक्त महोदय के आगमन के दौरान कहीं हमारी और ज्यादा शिकायत ना हो जाए। इसलिए अधिकारी पुलिस में आरटीआई कार्यकर्ताओं को व पत्रकार को उलझाने की कोशिश में लगे हैं।