बयाना में पहुंचा टिड्डी दल, किसानों में मचा हडकम्प ,विदेशी कोरोना के बाद अब विदेशी टिड्डीयों से मुकाबला

Jun 29, 2020 - 01:34
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बयाना में पहुंचा टिड्डी दल, किसानों में मचा हडकम्प ,विदेशी कोरोना के बाद अब विदेशी टिड्डीयों से मुकाबला

बयाना भरतपुर

बयाना 28 जून। बयाना उपखंड के कुछ ग्रामीण इलाकों में रविवार को सुबह सवेरे टिड्डीयों का पडाव देखकर ग्रामीण व किसान भौचक्के रहे गए। अपने यहां टिड्डी दल का आगमन देखकर किसानों में काफी हलचल मच गई। इस दिन उपखंड के गांव खानखेडा, बैरखों, व बरखौल की पहाडियों आदि स्थानों पर टिड्डी दल देखे गए। रविवार शाम को कैर क्षेत्र के गांव कटारियापुरा व उसके आसपास के इलाकों में भी टिड्डी दल ने पहुंचकर धावा बोल दिया। जो किसानों की ओर से खदेडने के बाद गोगेरा गांव की ओर चला गया बताया। कृषि विभाग के अधिकारीयों के अनुसार यह टिड्डीदल काफी छितराई हुई अवस्था में थे। जिन्हें गा्रमीणों ने ढोल नंगाडे व पीपे बजाकर व शोर मचाकर काफी हद तक खदेडा है। ग्रामीणों व किसानों सहित कृषि विभाग के लोग भी बराबर निगरानी बनाए हुए है। उन्होंने ग्रामीणों को भी सतर्क रहने व आवश्यक उपायों को अपनाने की सलाह दी है। उन्होंने बताया कि यह टिड्डीदल वैर भुसावर क्षेत्र के भी कई गांवों में और दोपहर बाद वहां के सरसैना गांव की तरफ जाने की सूचना मिली है। बताया गया है कि करीब 2 माह पूर्व अफगानिस्तान से चलकर अरब देश के विभिन्न इलाकों से पाकिस्तान होते हुए जैसलमेर व बाडमेर सीमा से प्रवेश कर यह टिड्डीदल राजस्थान के विभिन्न जिलों व उपखडों में तहलका मचा रहा है। एक माह पूर्व सीमावर्ती धौलपुर व करौली जिले से होते हुए यह टिड्डी दल मध्यप्रदेश तक पहुंच गया था। विदेशी महामारी कोरोना के बाद अब अरब देश से आई व किसानों के लिए भी महामारी के समान आए इन टिड्डीदलों से किसानों व ग्रामीणों को कोरोना के साथ साथ टिड्डीदलों से भी जूझना पड रहा है।

किसानों ने बताया कि गांव खानखेडा, बैरखो व बरखौल पहाडों की तराई में है जिससे टिड्डी दल यहां अपना ज्यादा प्रसार व प्रभाव नही फैला सका था। उन्होंने बताया कि टिड्डी दल पेड पौधे व विभिन्न वनस्पतियों को पलभर में दैत्यों की भांति चट कर नष्ट कर जाता है। इस समय करीब 1 माह पूर्व खेतों में बोई गई ज्वार, बाजरा, तिली,ग्वार आदि की फसलें अंकुरित होकर अपनी आरम्भिक शिशु अवस्था में है। विभिन्न प्रकार की हरी सब्जियों की फसलों सहित आम, नींबू, अमरूद, पपीते, मौसमी, आंवले, आदि के बगीचे भी तैयार है। हरी फसलों व उनकी पत्तीयों को यह टिड्डी पल भर में चट कर नष्ट कर जाते है। जिससे इन फसलों के उत्पादक किसान काफी चिंतित और बैचेन है। वह अपने खेतों और बगीचों पर रहकर फसलों की दिनरात निगरानी करने में जुट गए है।  किसानों का कहना है कि अगर अभी टिड्डीयों को मारा या भगाया नही गया तो अब इन टिड्डीयों के खेतों व झाडियों में छोडे गए  अंडे बरसातों में फूटकर फिर से टिड्डी दल बन जाऐंगे जो किसानो की फसलों में काफी नुकसान कर सकते है। बयाना इलाके में इस सीजन में पहली बार टिड्डी दल आना बताया गया है। जो काफी छितरी अवस्था में बताया है।  बयाना के ग्रामीण क्षेत्रों में टिड्डी दल आने की सूचना पर तहसीलदार जीपी बंसल भी गांवों में पहुंचे और किसानों को जागरूक कर सतर्क रहने व टिड्डीयों को शोर शराबा कर ढोल नंगाडे  पीपे आदि बजाकर खदेडने को कहा।

बयाना संवाददाता राजीव झालानी की रिपोर्ट

 

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