उपखंड अधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक दौसा को निष्पक्ष जांच के लिए सौंपा ज्ञापन
नारायणपुर अलवर
नारायणपुर कस्बे के समीपवर्ती नारायणपुर उपतहसील की ग्राम पंचायत चांदपुरी के श्यामपुरा जागीर निवासी हेड कांस्टेबल गिर्राजसिंह जो कि दौसा जिले के सैंथल थाने में हेड कांस्टेबल के पद पर तैनात थे, जिनकी मृत्यु संदेहास्पद स्थितियों में शुक्रवार 29 मई 2020 को हुई। इस संबंध में सोमवार को अभिषेक मिश्रा मंडल अध्यक्ष भाजपा युवा मोर्चा नारायणपुर के नेतृत्व में मृतक गिर्राजसिंह के परिवारजन एवं चांदपुरी पूर्व सरपंच शिवकुमार, मुकेश व ग्रामवासियों ने दौसा जिला कार्यालय के उपखंड अधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक को विभिन्न मांगो के लिए ज्ञापन सौंपा। ग्रामीणों का कहना है कि हेड कांस्टेबल गिर्राजसिंह बैल्ट नं. 96 जो कि पुलिस थाना सैंथल जिला दौसा में कार्यरत थे। जिनका पुलिस द्वारा परिजनों को फोन पर कथित आत्महत्या की सूचना दी। इससे परिजनों को निम्न बिंदुओं के आधार पर हत्या करने की आशंका है। 1.कमरे का अपार्टमेंट का दरवाजा खुला हुआ था। 2.तोलिए से फांसी लगाना असंभव है। 3. कमरे की ऊंचाई मात्र 10 फुट है। जिसमें ढाई फुट नीचे तक पंखा है, तथा जवान की लंबाई 6 फुट 4 इंच है। 4.जगदीश द्वारा अखबार में खुलासा किया है कि यहां पर बजरी माफिया हावी है जबकि एसएचओ द्वारा अवैध बजरी खनन के लिए मना करना। 5.घटनास्थल से गिर्राजसिंह की डैड़ बॉडी को परिजनों की अनुपस्थिति में हटा लिया गया है और शव को दौसा अस्पताल में रखवा दिया है। 6. इस घटना से 15 दिन पूर्व बजरी मामले को लेकर गिर्राजसिंह का कान्हाराम से झगड़ा होना। 7. आम लोग,परिजन, गांव, बस्ती, रिश्तेदार द्वारा ऐसे बहादूर जवान के लिए आत्महत्या का कलंक लगाना किसी को भी मंजूर नहीं है,ओर ना किसी को विश्वास होता है कि वह आत्महत्या कर सकता है। ना ही कोई पारिवारिक कारण है। इन सात सूत्री मांगों को लेकर उपखंड अधिकारी दौसा एवं पुलिस अधीक्षक दौसा को इस हत्या के लिए संतोषपूर्ण, निष्पक्ष जांच करवाने, 302 का मुकदमा दर्ज एवं एफआईआर दर्ज करवाने तथा मृतक को शहीद का दर्जा दिलवाने की मांग की। इस मौके पर अभिषेक मिश्रा, शिवकुमार, मुकेश, मुरारीलाल, रणधीर, लक्ष्मीनारायण, राजेंद्र प्रसाद, अशोक, चिम्मनलाल आदि लोग मौजूद थे।
सुनील कुमार की रिपोर्ट