सरसों ने ओड़ी पीली चादर, भूमिपुत्रों के खिले चेहरे
अलवर (राजस्थान/ गिर्राज प्रसाद सोलंकी) अलवर जिला सरसों की फसल उत्पादन मे अग्रणी माना जाता है जिले के लक्ष्मणगढ़ क्षेत्र मे इस बक्त सरसों की फसल अपना रंग दिखाते हुए नजर आ रही है फसल पर पीले रंग के फूलों ने अपना डेरा जमा दिया है। किसानों का कहना है। की सर्दी अधिक पड़ने से फसल मे रोचकता उत्पन्न होती है ।क्षेत्र मे चारों तरफ पीली पीली धराभूमि नजर पड़ रही है। और किसानों का मानना है ,की ऋतू के टाइम पर सरसों की फसल का भाब ठीक रहेगा। जिससे किसान अधिक लाभ उठा पाएंगे ,और हर बार की तरह इस टाइम सरकार ने भी फसल भाब मे वृद्धि का आश्वासन दिया है। रवि की फसल चना, गेहूं, सरसों आदि की अपेक्षा इस वर्ष सरसों को खेती किसानों ने अधिक की है। बैसे बर्ष की दोनों फसलों के लिए, इस क्षेत्र की भूमि उपजाऊ बताई है। लेकिन अलवर जिले का नाम सरसों उत्पादन मे अधिक है इसलिए यहां जिले के नजदीक जिला भरतपुर मे सरसों उत्पादन केंद्र भी स्थापित किया गया है जिससे किसान अधिक लाभ उठा सकें वैसे भी अब बसंत पंचमी भी नजदीक आ रही है जिसके चलते बसंत उत्सव मनाया जाएगा और बसंत पंचमी के पावन पर्व पर पीले फूलों का भी महत्व होता है तो यह पीली फसल अलवर जिले में खेतों की सुंदरता में चार चांद लगा रही है।