36 साल बाद हुआ नाम शुद्धिकरण तो किसान के चेहरे पर आई मुस्कान, जताया आभार
बयाना (भरतपुर, राजस्थान/ राजीव झालानी) बयाना उपखंड के गांव खरैरी में बुधवार को आयोजित प्रशासन गांवो के संग अभियान के शिविर में जब 36 साल से राजस्व रिकॉर्ड में अपना नाम दुरूस्त कराने की जंग लड रहे एक परेशान किसान को कुछ मिनटों की सुनवाई के बाद नाम शुद्धिकरण कर दिया गया। तो उसके चेहरे पर तसल्ली की ऐसी मुस्कान आई जो देखने लायक थी। खुशी से गदगद इस किसान ने शिविर में मौजूद सभी अधिकारीयों व कर्मचारीयों का आभार जताते हुए कहा कि आज उसे 36 साल पुरानी बीमारी से राहत और जंग से विजय मिली है। मेरी खुशी अपार है।
तहसीलदार जीपी बंसल ने बताया कि प्रशासन गांवो के संग अभियान के तहत बुधवार को गांव खरैरी में आयोजित शिविर में गांव निवासी किसान ब्रम्हानंद तमोली की ओर से राजस्व रिकॉर्ड से संबंधित नाम शुद्धिकरण कर प्रार्थना पत्र प्रस्तुत करते हुए बताया कि वह इसे लेकर 36 साल से परेशान है और बयाना भरतपुर तक के चक्कर काटकर थक चुका है। इस किसान ने बताया कि उसके पिता रामभरोसी का स्वर्गवास 1984 में हो गया था। जिसके बाद उसके वारिसान रूपी पीडित किसान का नाम राजस्व रिकार्ड में ब्रम्हानंद के स्थान पर गलती से विशम्भर दर्ज हो गया था। इस पीडित का प्रार्थना पत्र शिविर में पेश होने पर मौके पर ही तहसीलदार बंसल ने सम्बन्धित पटवारी व अन्य से जांच करवाकर मौके पर ही नाम दुरूस्त करने के आदेश पारित किये है। तब जाकर इस किसान को नाम शुद्धिकरण का लाभ मिल सका। इस शिविर में 13 वृद्धावस्था पेन्शन के आवेदन आने पर मौके पर ही जांच कर 13 वृद्धो को पेन्शन जारी किये जाने के आदेश पारित किये गये है। इस अवसर पर विकास अधिकारी लाखनसिंह व सरंपच अंजली जादोन सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे।