शिक्षक दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय शैक्षिक संगोष्ठी एवं सम्मान समारोह का हुआ आयोजन
शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने पर विशेष शिक्षक संजय बागड़ी हुए सम्मानित
कोटकासिम (अलवर, राजस्थान) पूर्व राष्ट्रपति डॉ.सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती और शिक्षक दिवस के अवसर पर शान्ती फाउंडेशन गोंडा द्वारा एक राष्ट्रीय शैक्षिक संगोष्ठी एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। जिसका विषय " राष्ट्र निर्माण में शिक्षक की भूमिका" रहा। जिसमे बहरोड़ कस्बे में दिव्यांगो के कल्याणार्थ संचालित शरबती देवी दिव्यांग सशक्तिकरण केंद्र के विशेष शिक्षक कोटकासिम के नांगल सालिया निवासी संजय बागड़ी को राधाकृष्णन सम्मान 2021से सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डॉ. विजय कुमार शाह (पदमश्री) महाराष्ट्र ने कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। विशिष्ट अतिथि हेमेंद्र उपाध्याय पूर्व निदेशक अजमेर जोन राजस्थान,अति विशिष्ट अतिथि ज्ञान बहादुर पासी प्रवक्ता डाईट जनपद गोंडा, विशिष्ट सह अतिथि डॉ. अमृता दधीच सहायक जिला शिक्षा अधिकारी उदयपुर राज. ,मार्गदर्शन डॉ.राजेश शर्मा, कार्यक्रम का संचालन स्मृति चौधरी, तकनीकी सहायक मनदीप कौर व कार्यक्रम का संयोजन सुनील कुमार आनंद शिक्षक बाबा मठिया जनपद गोंडा उत्तर प्रदेश के द्वारा किया गया।कार्यक्रम का आयोजन शान्ती फाउंडेशन गोंडा की अध्यक्ष पिंकी देवी ,सचिव गया प्रसाद, कोषाध्यक्ष रमेश आनंद के नेतृत्व में हुआ।
ऑनलाइन गोष्टी में पूरे भारत वर्ष से शिक्षकों ने लिया भाग
गोष्ठी में पूर्व राष्ट्रपति एवं शिक्षाविद डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के विचारों के योगदान पर पूरे भारत के विभिन्न राज्यों से शिक्षकों ने अपने अपने विचार रखें। इस पर मुख्य अतिथि डॉ विजय कुमार ने कहा कि यदि हम आज इस सफलता पर पहुंचे हैं तो उसमें हमारे गुरु का बहुत बड़ा योगदान रहा। उन्होंने हमको इस लायक बनाया इसीलिए गुरु को हमेशा ईश्वर से बढ़कर माना गया है। वहीं पूर्व निदेशक हेमंत अजमेर ने कहा कि हम उस शिक्षक को कभी नहीं भूल सकते जिन्होंने हमको जीने के तौर तरीके और समाज में एक समान जिंदगी जीने लायक बनाया। ज्ञान बहादुर पासी ने बताया कि हमें शिक्षक के सम्मान में हमेशा अच्छे विचार रखने चाहिए, क्योंकि वह निस्वार्थ भाव से हमको बेहतर शिक्षा देते हैं साथ ही हमें एक कुशल नागरिक के रूप में भी तैयार करते हैं।
लोक डाउन के दौरान शिक्षकों द्वारा दिए गए योगदान को देश कभी भुला भी पाएगा
अमिता दाधीच ने कहा कि शिक्षक की इस मर्यादा को हमें बनाए रखना चाहिए। हमारे शिक्षकों ने लॉकडाउन के समय में अपने कर्तव्य का ईमानदारी से निर्वहन करते हुए समाज में अपना अमूल्य योगदान दिया जिसके लिए हम उनके आभारी रहेंगे। स्मृति चौधरी ने संचालन करते हुए सभी जुड़े हुए अतिथियों का ओजपूर्ण ढंग से सम्मान किया तकनीकी सहायक के रूप में पंजाब से मनदीप कौर ने अपना बहुमूल्य योगदान दिया। कुमकुम श्रीवास्तव ने अपनी रचना शिक्षक गुरु शिक्षक मार्गदर्शक शिक्षक हमको अंधकार से प्रकाश की तरफ ले जाने वाला से सबको जागृत किया साथ ही कार्यक्रम संयोजक सुनील कुमार आनन्द के द्वारा सभी शिक्षकों का आभार व्यक्त करते हुए शिक्षक दिवस की बधाई दी एवं सभी को राधा कृष्णन सम्मान से सम्मानित किया।