गोविंदगढ़ महाविद्यालय में ऑनलाइन वेबिनार में नई शिक्षा नीति 2020 पर डाला प्रकाश
गाँव-गाँधी और गीता के आदर्श पर बनाई गई है नई शिक्षा नीति - डॉ. जितेंद्र लोढा
गोविंदगढ़ (अलवर, राजस्थान/ योगेन्द्र द्विवेदी) राजकीय महाविद्यालय गोविंदगढ़ में राष्ट्रीय सेवा योजना तथा आई क्यू ए सी कमेटी के संयुक्त तत्वावधान में 'नई शिक्षा नीति : विविध आयाम' विषय पर मंगलवार को एक राष्ट्रीय स्तर की ऑनलाइन वेबिनार का आयोजन किया गया । प्राचार्य सुनीता टण्डन ने बताया कि आयुक्तालय के निर्देशानुसार नई शिक्षा नीति के प्रचार और सकारात्मक दृष्टिकोण के प्रसार के लिए महत्वपूर्ण ऑनलाइन संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस वेबिनार में मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ नवीन नन्दवाना, सेठ आर एल सहरिया राजकीय महाविद्यालय कालाडेरा से डॉ जितेंद्र लोढा तथा राज्य स्तरीय प्रशिक्षक और रामगढ़ विद्यालय के प्रधानाचार्य मनीष वर्मा ने वक्ता के रूप में अपने विचार साझा किए। आयोजन सचिव दीपक कुमार चंदवानी ने बताया कि इस कार्यक्रम में देश भर से लगभग 200 शिक्षकों व शोधार्थियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज की, जिन्हें कार्यक्रम में शामिल होने के लिए प्रमाणपत्र भी प्रदान किए गए। संयोजक हिमांशु अवस्थी ने वक्ताओं और अतिथियों का स्वागत करते हुए शिक्षा नीति पर व्यापक समझ विकसित करने की दृष्टि से ऐसे आयोजनों के महत्व पर प्रकाश डाला। डॉ जितेंद्र लोढा ने शिक्षा नीति के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए शिक्षा नीति को गाँव-गाँधी और गीता से जुड़ी हुई बताया तथा इसे संस्कार युक्त वैश्विकता का रोड मैप की संज्ञा दी। शिक्षाविद मनीष वर्मा ने शैक्षिक परिदृश्य में वर्तमान समस्याओं को रेखांकित करते हुए राइट टू एजुकेशन के स्थान पर राइट एजुकेशन की व्यवस्था पर बल दिया। डॉ नवीन नन्दवाना ने उच्च शिक्षा के क्षेत्र में शिक्षा नीति में किये गए प्रावधानों पर बिंदुवार विचार व्यक्त किये साथ ही शिक्षक को अपनी बेहतर भूमिका निभाने का संदेश दिया। उन्होंने इस शिक्षा नीति को परंपरा और आधुनिकता के संगम का अभूतपूर्व उदाहरण बताया।वहीं IQAC प्रभारी तथा वेबिनार की समन्वयक राखी जैन के अनुसार अनुसंधान को बढ़ावा देने की दिशा में यह शिक्षा नीति अपनी महती भूमिका सुनिश्चित करेगी। प्राचार्य के धन्यवाद के साथ वेबिनार का समापन हुआ।