एक तरफ कोरोना, दूसरी ओर जलदाय विभाग की लापरवाही से जनता दुखी, सड़को पर निकली गुस्साई महिलाएं
गुस्साई जनता ने गांव का प्रशासन चोर है के नारे लगाते हुए जलदाय विभाग के खिलाफ किया विरोध प्रदर्शन ।
अलवर जिले कर लक्ष्मणगढ़ स्थानीय कस्बे में वैसे तो वर्षों से बनी आ रही पानी की किल्लत से जनता जूझ रही है। पर जब देश प्रदेश के अंदर लॉकडाउन जैसी स्थिति बनी हो ऐसे में जनता जब अपने घरों के अंदर बंद हो रेड अलर्ट और महामारी से जनता जूझ रही हो ऐसे में उस जनता के साथ अगर पानी की और किल्लत आ जाए फिर देखिए क्या हाल होता है जनता का, आखिर जनता भी अपना गुस्सा कब तक सहन कर पाएगी जब बात असहनीय हो जाए तो जनता को भी घरों से बाहर निकलना पड़ता है
सरकार के नियम कायदे तोड़ने पड़ते हैं ऐसा ही लक्ष्मणगढ़ कस्बे के अंदर दृश्य देखने को मिला कस्बे के वार्ड नंबर 15 16 के अंदर पानी की बराबर किल्लत बनी हुई है महीनों से यहां नलों के अंदर पानी नहीं है ऐसे में महीनों से ही जनता अपने कमरों में बंद है बाहर जा नहीं सकती बाहर पुलिस का फेरा कब तक जनता घरों में घुटेगी जलदाय विभाग की लापरवाही केंद्रीय धंधों चलते इन वार्डों में पानी नहीं जबकि पानी जीवन के लिए अहम आवश्यकता है जल है तो कल है जल नहीं तो कल नहीं, दूसरी ओर जल ही जीवन है,
यह यथार्थ सत्य है लक्ष्मणगढ़ कस्बे के साहू मोहल्ला सरस डेरी के पास वार्ड नंबर 15 के अंदर प्रातः काल 7:30 बजे वार्ड वासी एकत्रित होकर अपने खाली बर्तनों को लेकर के घर के बाहर एकत्रित हो गए और प्रशासन जलदाय विभाग गांव की सरकार के खिलाफ आवाज उठाते हुए पानी की मांग कर रहे थे जिसके पश्चात जलदाय विभाग के सहायक अभियंता शिवदयाल मीणा को स्थिति के बारे में जानकारी देते हुए जानकारी चाही गई तो उनका साफ तौर से कहना है शीघ्र ही लाइन को दुरुस्त कर सप्लाई चालू की जाएगी और वार्ड वासियों को पानी से निजात मिलेगी
अब देखना यह है कि इन वार्ड वासियों को पानी की किल्लत से कब तक जूझना पड़ेगा वही जब तक जलदाय विभाग का कार्य संपन्न नहीं हो जाता तब तक इन मोहल्ले वासियों के लिए कम से कम टैंकरों से ही पानी की व्यवस्था होनी चाहिए।
- रिपोर्ट:- गिर्राज प्रसाद सौलंकी