नवरात्र की नवमी को भावभक्ति से आस्था व श्रद्धा सर चढ़कर बोली
रामझरोखा के गरबा पंडाल में बिखरी मनमोहक सांस्कृतिक छटा
सिरोही (राजस्थान/ रमेश सुथार) शारदीय नवरात्र की नवमी के अवसर पर सिरोही शहर के मुख्य नवरात्रि गरबा पंडाल राम झरोखा मैदान में गरबा गीतों के कर्णप्रिय संगीत के साथ विविध रंग-बिरंगे परिधानों मे युवतियों और छोटी छोटी बालिकाओं ने ऐसी रमजट जमाई कि हमारी लोक संस्कृति आस्था और कला का त्रिवेणी संगम का अनुपम उदाहरण बन गया। इस मौके पर भारी तादाद में उमड़े श्रद्धालुओं ने पंडाल में विराजमान मां जगदंबा की विशाल प्रतिमा के दर्शन वंदन के साथ अपनी आस्था व भक्ति का इजहार किया।
जगदम्बे नवयुवक मण्डल रामझरोखा सिरोही के संरक्षक लोकेश खण्डेलवाल ने बताया कि नवरात्र की नवमी के अवसर पर पंडाल में श्रद्धाल, भक्तों का हुजूम उमड़ पड़ा और शहरवासियों ने भी आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि हमारी संस्कृति व परंपराओं के साथ आस्था की अभिव्यक्ति प्रशंसनीय है। इस अवसर पर मुख्य संरक्षक सुरेश सगरवंशी ने शहर वासियों को जानकारी देकर बताया कि 2022 का आयोजन मंडल की ओर से स्वर्ण जयंती वर्ष के रूप में 50 वा आयोजन होगा जिसे विराट स्वरूप में मनाया जाएगा। संरक्षक गिरीश सगरवंशी ने कहा कि 50 वे भव्य आयोजन की रूपरेखा बनाकर तैयारियां अभी से शुरू कर दी गई है। मंडल के अध्यक्ष विजय पटेल ने धर्म प्रेमी सज्जनों से अधिकाधिक सहयोग के साथ आयोजन में सहभागी बनने की अपील करके गुजारिश की। चाक-चौबंद व्यवस्थाओं के साथ अनुशासित तरीके से आयोजन संपन्न हुआ। इस मौके पर मंडल के प्रताप प्रजापत, भूपत देसाई, रणछोड़ पुरोहित, राजेश गुलाबवानी, प्रकाश प्रजापति, प्रकाश खारवाल, शैतान खरोर, दिनेश प्रजापत, अतुल रावल, देवेश खत्री, तगसिंह राजपुरोहित, पर्वतसिंह राजपुरोहित, अश्विनभाई, महेश पटेल, मगनलाल मीणा, महेंद्र सूर्यवंशी, हरीश खत्री, विकास प्रजापत, रुपेश शर्मा, सज्जनसिंह राजपुरोहित समेत सभी कार्यकर्ता उपस्थित थे।
- गरबा गीतों पर जमकर थिरके कदम -
राम झरोखा मैदान में आयोजित नवरात्रि महोत्सव में बजते डिजिटल साउंड सिस्टम पर गरबा गीतों के सुरमय व कर्णप्रिय संगीत पर जमकर कदम थिरके वही भक्तों के उमड़े जन सैलाब ने आयोजन को परवान चढ़ाने में कोई कोर कसर बाकी नहीं रखी। इस मौके पर युवतियों और छोटे-छोटे बच्चे भी अपनी सारी क्षमताओं को भुलाकर घंटों तक माता के गुणगान व आराधना के गुजराती गरबा गीतों पर अपने कदमों को सुर,लय,ताल से गजब का मिलन करवाकर थिरकते रहे। युवतियों और बच्चों ने पारंपरिक गरबा परिधानों व रंग-बिरंगे चटकीले पोशाकों मे सजधज कर आयोजन में उत्साह से भाग लिया।