मास्क को लेकर लोग नहीं दिखा रहे गंभीरता, बरत रहे लापरवाही, कहीं पड़ न जाए भारी
भीलवाड़ा (राजस्थान/बृजेश शर्मा/विशाल शर्मा) कोरोना के नए वैरिएंट को लेकर लोग भी जागरूकता दिखाते हुए टीकाकरण कराने पहुंच तो रहे हैं, लेकिन मास्क को लेकर लापरवाही बरत रहे हैं। ऐसे में यह लापरवाही कहीं भारी न पड़ जाए। मंगलवार को शहर में कई स्थानों पर लगाए गए शिविरों में कुल लोगों को टीके लगाए गए। मंगलवार को भी शहर के हर चप्पे चप्पे पर भीड़भाड़ वाले इलाकों में हर एक दूसरा आदमी बिना मास्क के नजर आए।
- कहीं लापरवाही पड़ न जाए भारी
सरकार व प्रशासन के लाखों प्रयासों के बावजूद भी सरकारी कार्यालयों से लेकर सार्वजनिक स्थानों पर अभी भी लोग मास्क का प्रयोग नहीं कर रहे हैं। लोगों द्वारा बरती जा रही यह लापरवाही कहीं भारी न पड़ जाए। हालांकि एक जनवरी से सरकार द्वारा सार्वजनिक स्थानों पर जाने के लिए टीकाकरण प्रमाणपत्र अनिवार्य कर दिया गया है। लेकिन मास्क को लेकर अभी भी लोग लापरवाही बरत रहे हैं।
कोरोना की तीसरी लहर को लेकर भीलवाड़ा के लोग बेफिक्र हैं। लोग बिना मास्क लगाए ही घरों से निकल रहे हैं। बाजार में पहुंचकर कोरोना वायरस के संकमण को दावत देने से भी बाज नहीं आ रहे हैं। लोगों की लापरवाही इस कदर बढ़ रही है कि बाजार में बिना मास्क लगाए ही बाइकों व पैदल गुजरने वालों की भरमार है। वहीं दुकानदार भी बिना मास्क लगाए ही सामान बेचने में लगे रहते हैं।
गौरतलब है कि अब कोरोना के नए वेरिएंट ने पूरे देश में अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। कोरोना महामारी का कहर बढ़ता ही जा रहा है। बीते दो वर्षों में इसी कोरोना वायरस के कहर से पहली और दूसरी लहर में कई परिवारों में हादसे हो गए हैं। उन परिवार के आंसू बंद नहीं हो रहे हैं। इसके बावजूद बड़ी संख्या में लोग कोरोना की तीसरी लहर के प्रति सावधानी नहीं बरत रहे हैं। बिना मास्क के लोग बाजार में घूम रहे हैं। बाजार में भीड़ भी अधिक हो रही है। लोग शारीरिक दूरी का ख्याल नहीं रख रहे हैं। यहां तक की इन्हें अपने परिवार की भी चिंता नहीं है। इधर प्रशासन भी ऐसे लापरवाह लोगों पर सख्ती नहीं बरत रहा है। बुद्धिजीवी वर्ग का कहना है कि जब तक लोग इसके दुष्परिणाम को नहीं समझेंगे, तब तक कोरोना को नहीं हराया जा सकता। जनजागृति के लिए एक बार फिर से अभियान शुरू करना पड़ेगा।