सगाई के बहाने जहरखुरानी की वारदात
भरतपुर,राजस्थान
बयाना (23 अक्टूबर) एक बेवा महिला को अपने दो जवान व कुंवारे बेटों की शादी का हसीन सपना देखना इतना महंगा पडा कि वह जहरखुरानी और ठगी की शिकार हो गई। गनीमत यह रही कि यह महिला और उसका परिवार सगाई का झांसा देकर ठगी और लूटपाट करने वाले लोगों की लूट से बाल बाल बच गया। सूचना पाकर पुलिस भी मौके पर पहुंची और इस मामले की गहनता से पडताल की जा रही है। समाचार लिखे जाने तक पीडित पक्ष की ओर से पुलिस में कोई रिपोर्ट तक दर्ज नही कराई जा सकी है।
वैर तहसील के गांव सिरस निवासी यह मजदूर परिवार कई वर्षों से यहां के श्रीकैलादेवी झीलकाबाडा में पुलिस चैकी के पास ही स्थित एक धर्मशाला में शरण लेकर रह रहा है। पीडित बेवा महिला शकुंतला कढेरा ने पुलिस को बताया कि मंदिर क्षेत्र में रह रहे एक पंडित ने उसके दोनों बेटों की सगाई व शादी कराने की बात कही थी। जिसके बाद एक पिकअप गाडी में सवार आधा दर्जन से अधिक लोग गुरूवार की शाम को उसके दोनों बेटों की सगाई करने के लिए पहुंचे और अपने साथ लाई मिठाई को सभी परिजनों व उपस्थित अन्य लोगों को वितरित कर खिलाया तथा सगाई की सारी रस्में भी निभाई। मिठाई खाने के बाद यह पूरा परिवार अचेत हो गया। बताया गया है अपने आप को उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले के निवासी बता रहे यह लोग सगाई के बहाने पूरे परिवार से जहरखुरानी कर लूटपाट की वारदात की नीयत से आए थे। किन्तु वह सफल नही हो सके थे। जहरखुरानी का शिकर बेवा महिला शकुंतला सहित रामकिशन धाकड, रामबाबू, हुकमसिंह, मनीष सोहनसिंह, साहिल, आदि हुए जो अब स्वस्थ बताए है और इस वारदात के बाद अब सगाई कराने वाला पंडित भी फरार है।
- बयाना संवाददाता राजीव झालानी की रिपोर्ट