रामपुरा थाना पुलिस की कार्यवाही, सरकारी एम्बुलेंस के चालक व प्रधान जय प्रकाश के साथ मारपीट करने वाला आरोपी गिरफ्तार
19 अक्टूबर को सरकारी एम्बुलेंस पर कार्यरत चालक के साथ ऑन ड्यूटी के दौरान की थी मारपीट व गाली गलौज, जिला रेवाडी की रामपुरा थाना पुलिस के थाना प्रबंधक रण सिंह की टीम ने गिरफ्तार करके कोर्ट में किया पेश, भेजा जेल।
रेवाड़ी (हरियाणा) सरकार के द्वारा नियुक्त किए हुए सरकारी कर्मचारियों के साथ उनकी ड्यूटी के दौरान मारपीट करना या गाली गलौज करते हुए अभद्रता का व्यवहार और जान से मारने की धमकी देने का खामियाजा एक आरोपी को भुगतना पड़ा। जब कोई लोक सेवक जनता सेवा में कर्तव्यनिष्ठा के साथ पूरी मुस्तैदी से अपनी ड्यूटी निभा रहा है तो एक आम जनता के नागरिक का इस तरह का रवैया कही ना कही गलत है। जिसकी सजा मिलनी तो लाजमी है।
गत माह 19 अक्टूबर 2021 को रेवाडी के सरकारी एम्बुलेंस 102-108 के कंट्रोल रूम में पंचकुला हेडक्वार्टर के 112 की तरफ से एक गर्भवती महिला को जिला रेवाडी के गाँव सहारनवास में घर से लेकर अस्पताल लाने के लिए सूचना मिलती है। जिस पर एम्बुलेंस कंट्रोल रूम में ऑन ड्यूटी कार्यरत ऑपरेटर अरविन्द कुमार ने यह फोन पर सूचना प्राप्त की थी। जिनकी आदेशों की पालना में ऑपरेटर अरविन्द कुमार के द्वारा यह जिम्मेदारी ऑन ड्यूटी सरकारी चालक व एम्बुलेंस 102-108 के प्रधान जय प्रकाश उर्फ जेपी पण्डित को दी जाती है। चालक जेपी पंडित को इस गर्भवती महिला को घर से लेकर अस्पताल लाने के लिए इस कॉल पर जाने के लिए ऑपरेटर के द्वारा कहा जाता है। सम्बंधित गर्भवती महिला वाली कॉल के लिए आए हुए फोन नंबर पर चालक जय प्रकाश फोन करके उस जगह का पता करके मौके पर पहुंच जाता है। मौके पर जाकर चालक जय प्रकाश के द्वारा उस गर्भवती महिला को व उसके ससुर को सरकारी एम्बुलेंस में बैठा लिया जाता है कि तभी उस गर्भवती महिला का पति पवन कुमार घर के अन्दर से भागकर आता है और गर्भवती महिला को लात घूंसों से मारता है। इस दौरान सरकारी ड्यूटी पर कार्यरत सरकारी एम्बुलेंस चालक जय प्रकाश उर्फ जेपी पंडित ने उसे रोकना चाहा तो उस पवन कुमार ने सरकारी एम्बुलेंस के चालक जय प्रकाश के साथ मारपीट व गाली गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी देते हुए कपड़े फाड़ दिए थे। उस पवन नामक व्यक्ति ने सरकारी चालक के साथ मारपीट इत्यादि की घटना करते हुए सरकारी कार्य मे बाधा डालते हुए सरकारी लोक सेवक को जान से मारने की धमकी दी थी। सरकारी कार्य को जोर जबरदस्ती रुकवाने की कोशिश की थी। तब उस मौके से किसी तरह चालक अपनी व उस गर्भवती महिला और उसके ससुर की जान बचाते हुए मौके से एम्बुलेंस लेकर सरकारी अस्पताल में आ गया था और उसके बाद सम्बंधित घटना की शिकायत रामपुरा थाने में दी थी। उपरोक्त घटना पर रामपुरा थाना पुलिस ने विभिन्न धाराओं में 20 अक्टूबर को मुकदमा दर्ज करते हुए जांच शुरू कर दी थी। उसी जांच की कड़ी में गत शनिवार 13 नवम्बर 2021 को रामपुरा थाना के प्रबंधक रण सिंह की अगुवाई में व उनकी टीम ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। जहाँ से उसे कोर्ट में पेश करके जेल भेज दिया गया है।
इस मामले में सामाजिक संगठनों का कहना है कि जब कोई सरकारी व्यक्ति या लोक सेवक आपकी व आम जनता की सेवा में तत्पर रहते है तो उनके साथ इस तरह की घटना व इस तरह का रवैया करना निंदनीय है। जब एक सरकारी कर्मचारी अपनी पूरी निष्ठा के साथ ड्यूटी निभा रहा है तो इस तरह का व्यवहार उनके साथ करना अशोभनीय है। ये सरकारी एम्बुलेंस