सरेआम मोबाइल लूट की वारदात का खुलासा ,दो बदमाश गिरफ्तार, 8 मोबाइल व एक मोटरसाइकिल बरामद
भीलवाडा (राजस्थान/ बृजेश शर्मा) सीजीएसटी डिपार्टमेंट में कार्यरत महिलाकर्मी से सरेआम मोबाइल लूट की वारदात का खुलासा करते हुये प्रताप नगर पुलिस ने दो उच्चको को गिरफ्तार कर पुलिस ने इन बदमाशों से लगभग तीन लाख रुपये के आठ मोबाइल व चोरी की एक बाइक भी बरामद की है
प्रतापनगर पुलिस ने बताया कि पुर निवासी आयुषी मेहता 10 दिसंबर को पन्नाधाय सर्किल स्थित अपने कार्यस्थल सीजीएसटी ऑफिस से ड्यूटी कर पैदल ही सांयकाल अपने घर की ओर जाते हुये मोबाइल पर बात कर रही थी। इस दौरान एमएलवी टैक्सटाइल कॉलेज के गेट के सामने काले रंग की बाइक पर पीछे से दो बदमाश आये। ये दोनों, आयुषी के हाथ से मोबाइल छीनने लगे। इस पर आयुषी ने मोबाइल को बचाने के लिए लुटेरों से काफी देर संघर्ष किया व चिल्लाई लेकिन । दोनों बदमाशों ने मोबाइल छीन लिया और भाग निकले। आयुषी ने लोगों से मदद की गुहार लगाई। इसे लेकर कुछ लोगों ने बदमाशों का पीछा भी किया, लेकिन वे हाथ नहीं आये। आयुषी ने इस संबंध में प्रताप नगर थाने में रिपोर्ट दी। पुलिस ने मामला दर्ज किया। उधर, जिला पुलिस अधीक्षक आदर्श सिधू ने इस तरह की बढ़ती लूट की वारदातों पर लगाम लगाने के लिए पुलिस को निर्देश दिये। जिस पर एएसपी गजेंद्रसिंह जोधा के निर्देश व डीएसपी सिटी हरिशंकर यादव आईपीएस के निकटतम सुपरविजन में एक टीम का गठन किया गया। टीम ने अथक प्रयास के बाद इस मामले में घोसी मोहल्ला, लेबर कॉलोनी निवासी नरेश नाथ उर्फ नन्नूनाथ पुत्र चेतन नाथ व विवेकानंद नगर निवासी वीरेंद्रसिंह पुत्र रोशन सिंह को बापर्दा गिरफ्तार किया। पुलिस ने इन बदमाशों से आठ मोबाइल व चोरी की एक बाइक भी बरामद की है। इनकी कीमत करीब तीन लाख रुपये बताई है।
नरेश एक माह पहले ही जमानत पर छूटा था
प्रताप नगर थाना प्रभारी राजेंद्र गोदारा ने बताया की
लूट के मामले में पकड़ा गया नरेश एक माह पहले ही जेल से जमानत पर छूटकर बाहर आया था। नरेश के खिलाफ वर्ष 2011 में पहला मामला प्रताप नगर थाने में चोरी का दर्ज हुआ था। इसके बाद आबकारी, आम्र्स एक्ट, मारपीट, चोरी, गेंबलिंग एक्ट के कुल नौ मामले दर्ज हो चुके हैं। इनमें सात मामले प्रताप नगर, जबकि भीमगंज व कोतवाली में एक-एक मुकदमा दर्ज है। वहीं दूसरे आरोपित वीरेंद्र सिंह के खिलाफ शराब तस्करी का एक मामला वर्ष 2018 में प्रताप नगर थाने में दर्ज हुआ था।
मोबाइल पर बात करते पैदल राहगीरों को बनाते शिकार
गोदारा ने बताया कि ये बदमाश, ऐसे लोगों, महिलाओं को अपना शिकार बनाते, जो पैदल चलते हुये मोबाइल पर बात करते। ये बदमाश पीछे से आकर राहगीर का मोबाइल छीनकर भाग जाते।
टीम में सीआई राजेंद्र गोदारा, हंसपाल सिंह, चंद्रभान, उमराव, असलम, महेंद्र कुमार, नौरतमल व कुलदीप सिंह इस कार्रवाई को अंजाम देने वाली टीम में शामिल थे।