25 वर्षो से बन्द पड़ा हुआ है रोडवेज बस स्टैंड, जगह-जगह सड़क किनारे खड़े होते है यात्रीगण
लाखो रुपये की लागत से निर्मित भवन हो रहा जर्जर, प्रसाशन की लापरवाही के कारण तकरीबन दो से तीन वर्ष भी नही रहा सुचारू
अलवर,राजस्थान
बडौदामेव :- 25 वर्ष पूर्व 4 जून 1995 को तत्कालीन परिवहन मंत्री रोहिताश्व कुमार शर्मा के करकमलों से कस्बे में लाखो रुपये की लागत से बने रोड़वेज बस स्टैंड का उदघाटन हुआ था। जो प्रसाशन की लापरवाही के कारण तकरीबन दो से तीन वर्ष भी सुचारू रूप से नही चला सका। हर पांच वर्ष बाद सरकारे आती और जाती रही परंतु किसी को भी बस स्टैंड की सुध नही रही।
स्थानीय लोगों ने बताया कि करीब 25 वर्ष पहले कस्बे में एक सरकारी बस स्टैंड हुआ करता था। इस बस स्टैंड पर बस स्टॉपेज, टिकिट सुविधा सहित अन्य सभी व्यवस्था थी। परंतु रोडवेज प्रशासन की अनदेखी व लापरवाही के कारण बस स्टैंड बंद हो गया तथा लाखों रुपये की लागत से बना बस स्टैंड का भवन जर्जर हो गया व करोड़ो रुपये की जमीन अतिक्रमण के भेंट चढ़ गई। वही बंद पड़े बस स्टैंड भवन के आगे जमीन पर पानी भरा रहता है। भवन के कमरों के दरवाजे टूटे हुए है तथा टिकिट विंडो भी टूटी पड़ी हुई है। भवन के अंदर गंदगी का ढेर लगा हुआ है। जिसकी स्थानीय लोगो ने कई बार शिकायत भी की तथा सभी चुनावो में बस स्टैंड की मांग भी रखी। परंतु आज तक बस स्टैंड पुनः चालू नही हो सका। जिससे आमजन को भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है।
बड़ौदामेव कस्बा अलवर-भरतपुर रोड़ पर होने के कारण यहां से आगरा, मथुरा, दिल्ली, जयपुर, भरतपुर, अलवर, धौलपुर सहित अन्य कई बड़े शहरों के लिए बसे आती-जाती है। वही स्टेट हाइवे 14 पर होने के कारण यात्री भार भी अत्यधिक होता है। परंतु यहाँ यात्रियों को सड़क किनारे खड़ा होकर ही बसों का इंतजार करना पड़ता है। कस्बे में बस स्टैंड की कोई सुविधा नही होने के कारण आमजन को भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है।
कस्बे व आस-पास के करीब 50 गांवो से अलवर शहर में अध्ययन के लिए जाने वाली छात्राओं को प्रतिदिन सड़क किनारे खड़े रहने पड़ता है ओर जब बस आती है तो यात्रीभार अधिक होने के कारण धक्कों का भी सामना करना पड़ता है। वही बस स्टैंड के अभाव में यात्री टिकिट लेकर अपनी सीट सुनिश्चित नही कर सकते है। जिससे बसों में महिलाओं, मरीजो, बुजुर्गों व छात्राओं को भी अलवर तक खड़े होकर सफर करना पड़ता है।
कस्बावासियों की मांग है कि कस्बे में बन्द पड़े रोडवेज बस स्टैंड को पुनः चालू कर दिया जाए तो सभी समस्याओं से छुटकारा मिल जाएगा व रात्रि को कस्बे में बस स्टॉप होने के कारण व्यापारीयो व अन्य लोगो को अलवर से खरीददारी करके रात्रि को देर तक आने की सुविधा भी मिल पाएगी तथा सुबह जल्दी जाने की सुविधा भी मिल पाएगी।