ब्रज के पर्वतों पर हो रहे विनाशकारी खनन के खिलाफ साधू-संतों व ग्रामीणों का धरना के लगातार 28वे दिन भी जारी
- ब्रज के पर्वत व पर्यावरण की रक्षा व प्रशासन की सद्बुद्धि के लिए शनिवार से प्रारंभ होगी धरना स्थल पर भागवत कथा!!
- कथा से दी जायेगी आंदोलन को धार
- धरना स्थल पर कथा की तैयारियाँ जोरो पर
डीग (भरतपुर, राजस्थान/ पदम जैन) आदिबद्री क्षेत्र में हो रहे विनाशकारी खनन के विरोध में ग्राम पसोपा में अनिश्चतकालीन धरने के 28वे दिन, धरना स्थल पर उपस्थित साधु संत व आस पास के गांवों के ग्रामीण
ब्रज के पर्वतों की रक्षार्थ शनिवार 13 फरवरी से प्रारंभ होने वाली विशाल भागवत कथा की तैयारी में जुटे हुए दिखाई दिए। गाँव पसोपा में धरना स्थल पर होने वाली कथा की तैयारियां जोरो पर है व साधु संतों व आंदोलनकारियों द्वारा इस आयोजन का आस पास के क्षेत्रों में जोरदार प्रचार किया जा रहा है । माना जा रहा है कि आंदोलनकारियों की इस धार्मिक आयोजन के माध्यम से आंदोलन को धार देने की तैयारी है । मान मंदिर बरसाना के कार्यकारी अध्यक्ष राधाकांत शास्त्री ने कहा है कि भगवान का नाम सभी संकटों को दूर करने वाला है, अतः हमें विश्वास है कि इस विशाल धार्मिक आयोजन से ब्रज के पर्वतों व पर्यावरण पर जो सकंट मँडराया हुआ है, वह निश्चित रूप से हटेगा एवं शासन को ब्रज के परम धार्मिक पहाड़ों की रक्षा व उन्हें खनन मुक्त करने की सद्बुद्धि प्राप्त होगी । उन्होंने बताया कि मान-मंदिर की बाल साध्वियां साध्वी गौरी व साध्वी मधुबनी अपनी ओजस्वी वाणी से कथा का वाचन करेंगी व साथ ही प्रतिदिन प्रबुद्ध लोगो के उद्बोधन के अलावा मुख्य रूप से संतों द्वारा ब्रज के पर्वतों की महाआरती की जाएगी। आदिबद्री के महंत शिवराम दास ने कहा कि इस धार्मिक कार्यक्रम के दौरान ब्रज के प्रमुख साधु संत पधार कर ब्रज के पर्वतों की रक्षा का संदेश देंगे एवं धरने में सम्मिलित होंगें ।
शुक्रवार को भी साधु संतों व ग्रामवासियों ने कैथवाड़ा - डीग मार्ग को पूर्ण बंद रखा व किसी भी प्रकार के खनन पत्थरों का परिवहन करने वाला भारी वाहनों को नहीं जाने दिया । सरपंच जलाल खान ने कहा कि 15 फरवरी को रसूलपुर व ककराला से खानों पर जा रहे रास्ते को रोकने व पहाड़ी तहसील का घेराव करने की योजना बनाली गई है व बड़ी संख्या में स्थानीय ग्रामीण एवं जनप्रतिनिधि इस प्रदर्शन में सम्मिलित होंगें । इस मौके पर मुख्य रूप से मानमंदिर से सचिव ब्रजदास, सरपंच विजयसिंह, सरपंच सुल्तान सिंह, हरि बोल दास बाबा, भूरा बाबा, गोपाल दास, कृष्ण दास बाबा, ब्रजकिशोर बाबा, कृष्ण चैतन्य बाबा, ब्रजराज बाबा आदि ने धरने पर बैठे लोगों को संबोधित किया ।