सरपंच ने नील गाय के बच्चे को बचाया, कुत्तों ने कर दिया था हमला
मुंडावर (अलवर, राजस्थान/ चरणसिंह चौधरी) मुंडावर के जसाई के पास खेत में एक छोटा बेजुवान आवारा कुत्तों का शिकार बनने वाला ही था की वहा पर सरपंच वीरेंद्र पण्डित फरिश्ता बन कर वहां पहुंच गया। उसने न केवल नील गाय के बच्चे को बचाया इस दौरान उसने नील गाय के बच्चे की देखभाल की। नील गाय का बच्चा कुतो का शिकार होने से बच गया। सरपंच द्वारा इसकी जानकारी वन रक्षक सुशीला यादव को दी गई। वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। इस दौरान वन विभाग की टीम ने नील गाय के बच्चे को देख कर उसे अपने साथ ले गए
जी हां यह मामला जसाईं के वीरेंद्र पण्डित के साथ हुआ। दरअसल वह सुबह घूमने निकले तभी गांव के खेत में उन्होंने देखा कि एक नील गाय का मासूम छोटा बच्चा कूतो से घिरा है। कुते उसे अपना निवाला बनाना चाहते थे। तभी सरपंच वीरेंद्र पण्डित वहां फरिश्ते की तरह पहुंचे। इस दौरान नील गाय का बच्चा कूते का शिकार बनने वाला ही था कि वीरेंद्र पण्डित ने वहां रुककर आवारा कुत्तों को भगाया और इनके साथ ग्रामीण वासी पूर्व सरपंच रामकुमार रणजीत राजपाल देवा पण्डित रामनारायण पंच दलीप आशीष गुलिया राकेश राहुल कपूर डॉक्टर फुलसिह राजेन्द्र मास्टर नरेंद्र चोधरी भी साथ रहे
सरपंच वीरेंद्र पण्डित ने वन विभाग के वन रक्षक सुशीला यादव को सूचना दी। उनको लगा की यह हिरण का बच्चा है। इसको लेकर वह खासे पशोपेश में रहे। लेकिन जब वन विभाग ने जांच की तो वह नील गाय का बच्चा निकला। वन विभाग की टीम ने बच्चे को स्वस्थ्य पाया।