अलवर पुलिस की कछुआ चाल को देख करके नाबालिग दुष्कर्म पीड़िता ने लगाई इच्छा मृत्यु की गुहार
॰ पुलिस जांच करके सही निर्णय दे अन्यथा मैं फांसी पर चढ़ने को तैयार:--दुष्कर्म पीड़िता ॰ नामजद रिपोर्ट दुष्कर्म जैसे मामले पर अलवर पुलिस के 125 दिन हुए पार फिर भी कोई निर्णय नहीं, क्षेत्रीय सांसद ने की उच्च स्तरीय जांच मांग
अलवर,राजस्थान / गिर्राज प्रसाद सोलंकी
लक्ष्मणगढ़::- अलवर जिले के बड़ौदामेव थाना अंतर्गत भयाड़ी गांव में पहुंचे क्षेत्रीय सांसद धर्मांतरण मामले पर वार्तालाप पर पहुंचने पर दुष्कर्म पीड़िता के मामा ने उच्च स्तरीय जांच की मांग को लेकर क्षेत्रीय सांसद को ज्ञापन सौंपा जिसमें बताया कि लक्ष्मणगढ़ थाने में दर्ज एफ आई आर संख्या 217 /2020 पर दुष्कर्म पीड़िता को आज 125 दिवस बीत गए हैं और अभी तक पुलिस के हाथ खाली कोई न्याय की राह दिखती नजर नहीं आ रही है। जबकि नाबालिक बच्ची के साथ 5-5 दरिंदों ने बारी-बारी से दुष्कर्म किया और नामजद मुलजिम बराबर धमकियां जिसके पश्चात भी मुझे अन्यत्र रहना पड़ रहा है। ऐसे में अलवर जिला पुलिस पर अब मुझे भरोसा नहीं मुझे न्याय के लिए उच्च स्तरीय जांच करवाई जाए सीआईडी सीबी के द्वारा तभी इसमें दूध का दूध और पानी का पानी हो सकता है ।अन्यथा मुझे मौत को ही गले लगाना पड़ेगा क्योंकि दुष्कर्मियों व पुलिस का मिलीभगत है ।
जिसके कारण मेरी एफ आई आर दर्ज होने से लेकर आज तक मुझे पुलिस की प्रताड़ना झेलनी पड़ रही है । मुझे न्याय के लिए उच्च स्तरीय जांच की मांग को नहीं माना गया तो वैसे ही मैंने इच्छा मृत्यु की गुहार तो लगा ही रखी है। जब न्याय नहीं तो जीने का क्या फायदा समाज के द्वारा मुझे गंदी नजरों से देखा जाएगा केस मैं लड़ूं तो मेरी जीवन कोट और कचहरी में ही बीत जाएगा । इन दुष्कर्मीयो को को इस तरह खुलाछोड़ा गया तो समाज में किसी और बहन बेटी के साथ इस तरह ही यह लोग नोच नोच के उसको भी इज्जत के साथ खिलवाड़ करेंगे । मेरा कहना है इस तरह के समाज के भूखे भेड़ियों को फांसी के तख्ते पर चढ़ा देना चाहिए आपने इन्हें नहीं चढ़ाया तो मैं स्वयं फांसी के तख्ते पर चढ़ जाऊंगी वंदे मातरम!!!!!