दिव्यांग बच्चों के आत्मनिर्भरता की ओर बढते कदम, अपने हुनर से सामान बनाकर लागाई स्टाॅल
अलवर,राजस्थान
बहरोड़। चीन से फैली वैश्विक महामारी कोरोना के चलते चीनी सामानों का भारत में बहिष्कार शुरू हो चुका है। इसी क्रम में एक कदम आत्मनिर्भता की ओर कार्यक्रम के तहत बहरोड़ में दिव्यांग कलाकार भी अपने द्वारा बनाये गये सामान का उपयोग कर स्वदेशी अपनाने की अपील कर रहे हंै। कोविड19 संकट के दौरान सरबती देवी दिव्यांग सशक्त्किरण केन्द्र बहरोड़ के दिव्यांग कलाकारों ने सजावट के सामान सहित दीपावली हेतु विशेष दीये और आकर्षक रंगों में मोमबत्तीयों, हैंगर, कालीन, गलीये, व आर्ट एण्ड क्राफ्ट आदि तैयार किये है। दिव्यांग कलाकारों के द्वारा बनाई गई ये मोमबत्तियां व आर्ट एण्ड क्राफ्ट आम आदमी तक पहुंचें इसके लिए बहरोड़ के स्टेडियम के पास स्टॉल लगाकर बिक्री की जा रही है। मोमबत्तियाों तथा आर्ट एण्ड क्राफ्ट के सामान से होने वाली आय से दिव्यांग प्रोत्साहित होंगे और खुशी-खुशी अपनी दीपावली मनाएंगे।
स्टाॅल का उद्घाटन सोमवार को बहरोड़ उपखण्ड अधिकारी संतोष कुमार मीणा ने फीता काटकर किया और आम लोगों से अपील की है कि दिव्यांगों के प्रोत्साहन के लिए सभी को इनके द्वारा बनाये गये सामन को खरीदना चाहिए व अधिक से अधिक लोगों को इस संस्थान से जुड़ना चाहिए। साथ ही कहा कि इनके सहयोग के लिए प्रशासन या मेरी जरूरत पड़े तो हम साथ है। आपको बता दें कि सरबती देवी दिव्यांग सशक्तिकरण और वाकेशनल एवं प्रिवोकशनल सेन्टर बहरोड़ में सभी प्रकार के दिव्यांग बच्चों का शिक्षण/प्रशिक्षण एवं रहने खाने की व्यवस्था निशुल्क की जाती है। इस संस्था का संचालन जन जागृति संस्थान (दहमी) बहरोड़ के किया जा रहा है। संस्थान के सहयोग से दिव्यांग कलाकारों ने अपने हुनर से विभिन्न प्रकार की मोमबत्तियां व आर्ट एण्ड क्राफ्ट बनायें है। इस अवसर पर संस्थान संचालक अनिल कुमार, संस्था अध्यक्ष रवि कुमार, विशेष शिक्षक संजय बागड़ी, विशेष शिक्षक राकेश कुमार, भावना एनजीओ से भोलाराम शर्मा, लायन्स क्लब अध्यक्ष केपी यादव, निपटारा एनजीओ से निरंजन आदि उपस्थित रहे।