आवारा पशुओं व जानवरों ने जीना किया मुश्किल, लोगो का घर से बाहर निकलना मुश्किल
बयाना,भरतपुर
बयाना 05 जुलाई। बयाना कस्बे में जगह जगह खुलेआम और बेलगाम घूमते आवारा व लावारिस पशु एवं जानवर नागरिकों के लिए बडी मुसीबत साबित हो रहे है। कस्बे की नई सब्जी मंडी, पुरानी सब्जी मंडी, अनाज मंडी, गुरूद्वारा मार्केट, गणेशी मार्केट, गांधीचैक, आदि इलाकों में इन आवारा पशुओं व जानवरों का सबसे ज्यादा प्रकोप है। जिनमें गौवंश के अलावा सूअर व श्वान और बंदर भी शामिल है। इसके अलावा यह आवारा व लावारिस पशु एवं जानवर कस्बे के गली मौहल्लों, काॅलोनियों सहित अन्य बाजारों में भी खुलेआम विचरण करते रहते है। जिनके कारण आमजन का घरों से बाहर निकला व बाजार खरीददारी करने मंडी में सब्जी खरीदने जाना मुश्किल हो गया है। हालात यह है कि यह आवारा जानवर बाजार में आए दिन लोगों को सींगमार कर कभी टक्कर मारकर घायल करते रहते है।
बंदरों के झुंड घरो के अंदर तक घुसकर कई बार महिलाओं व बच्चों पर हमला कर उन्हें घायल कर देते है। बंदरों के हमले से कई महिलाऐ व बच्चे घरोे की छतों से नीचे गिरकर ऐसे घायल हो चुके है जो कई महीने बाद भी बिस्तरों से नही उ ठपा रहे है। बाजारों में घूमने वाले आवारा पशु व जानवर बाजार या मंडी से खरीदे सामान के थैलों को मुंह मारकर छुडा ले जाते है। गृहणी महिला शांतीदेवी व कुसुमलता ने बताया कि इन आवारा पशुओें व जानवरों के कारण अब तो मंडी से सब्जी खरीदकर घर तक लाना मुश्किल हो गया है। कई बार तो यह हमला कर देते है। गांधी चैक निवासी प्रदीप कुमार ने बताया कि इन आवारा जानवरों व पशुओं ने कस्बे के प्रमुख चैराहों सहित कस्बे में होकर निकल रहे मेगा हाइवें पर भी कब्जा कर रखा है। उन्होंनें कस्बे के पालिका प्रशासन से भी अभियान चलाकर आवारा पशुओं व जानवरों को पकडवाने व नागरिकों को राहत दिलाने की मांग करते बताया है कि कस्बे में घूम रहे गंदे जानवर तो कुछ सफाई कर्मीयों के ही पालतू है वही यह जानवर कस्बे में जगह जगह मल फैलाकर स्वच्छता अभियान को पलीता लगा रहे है। कोरोना संक्रमण में भी पालिका प्रशासन ने गंदगी व संक्रमण फैला रहे इन आवारा व गंदे जानवरों को अभी तक पकडवाकर उन्हें कस्बे से बाहर खदेडना व उनके पालकों के विरूद्ध किसी भी प्रकार की कोई कार्रवाही करना तक उचित नही समझा है। जिससे नागरिकों में रोष व्याप्त है
- बयाना संवाददाता राजीव झालानी की रिपोर्ट