बृज मेवात का विरोध करने वालो के खिलाफ कार्यवाही का कडा विरोध
पहाड़ी (भरतपुर, राजस्थान/ भगवानदास) कामां में स्वागत द्वारो पर (काम्यवन) बृज संस्कृति के स्थान पर बृज मेवात जोडे जाने के मामले को लेकर गांधावादी तरीके से विरोध करने वालो पर दमनकारी नितियो के खिलाफ रविवार को पहाड़ी में प्रबुद्व नागरिको ने बैठक मे निदा प्रस्ताव पारित कर आगामी रणनिति पर चर्चा की गई। बेठक की चर्चा का मुख्य बिन्दु कामा के मुख्यद्वारो पर नाम के साथ छेडछाड के विरोध मे गांधी के चित्र के साथ समाजसेवी विजय मिश्रा व आमजन द्वारा शान्ति पूर्ण घरना देकर शातिँ पूर्ण तरीके से विरोध किया गया था। आमजन की भावना को दबाने के लिए चाटुकार अधिकारीयो द्वारा दमनकारी कार्यवाही की जा रही है।जिसकी बेठक मे कडे शब्दो मे निंदा प्रस्ताव पारित किया गया है।
भाजपा के अल्पसंख्यक मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष उमर गाजूका ने इसे लोकतंत्र की हत्या बताते हुए कहॉ की काग्रेस के शासन में झूठे मुकदमे कराना आमबात है।जो सरकार गांधी के नाम पर विकास कीबात कर रही है वह आमजन कोदबाने का असफल प्रयास कर रही है।वही युवा मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष मनीष कुमार शर्मा कार्रवाही को शर्मनाक बताते हुए बृजसंस्क्रृ ति से छेडछाड का सुनियोजित षडयंत्र बताया है।वही बाबा हरिबोल ने कहॉ की बृज मेवात की बात करने वाले पहले कृष्ण की क्रीडास्थली के पहाडियो को छलनी व गोमाता की हत्या करने वालो के खिलाफ विरोध करने इच्छा शक्ति दिखाऐ।आज लोकतंत्र में आमजन का दमधुटने लगा हेै जो बर्दास्त नही किया जावेगा। इस मोके पर रतन सिह, मनीष शर्मा शिशुपाल शर्मा, शिखर चंद जैन, मनोज जैन, बलजीत सिह, नत्थन सिह, महावीरसिह पराशर, उमर आदि मोजूद थे।