आंदोलनकारी ग्रामीण महिलाओं ने भगवान बद्रीनाथ को रक्षा सूत्र बांधकर दोनों पर्वतों के संरक्षण की मांगी मनोती
31 अगस्त से दोनों पर्वतों के रक्षार्थ होगा अनुष्ठानात्मक भागवत कथा महायज्ञ
ड़ीग (भरतपुर,राजस्थान/ पदम् जैन) आदिबद्री व कनकाचल पर्वत पर हो रहे विनाशकारी खनन के खिलाफ जारी धरने के 221 वे दिन मंगलवार को ड़ीग के गांव पसोपा में धरना स्थल पर आंदोलनकारियों का क्रमिक अनशन 15 वे दिन भी जारी रहा । मंगलवार को हनुमान बाबा, नारायण बाबा, महक दास, हरि ओम शर्मा व गोविंद शरण क्रमिक अनशन पर बैठे ।
मंगलवार को संरक्षण समिति के संरक्षक राधाकांत शास्त्री ने प्रमुख कार्यकर्ताओं व ग्रामीणों के साथ बैठक की अध्यक्षता करते हुए बताया कि पंचायत समिति के चुनाव की आचार संहिता 4 सितंबर को समाप्त होने वाली है, हमने सरकार के आला अधिकारियों व समन्वयक मुख्य सचेतक महेश जोशी को संदेश पहुंचा दिया है कि सरकार अबिलम्ब आदिबद्री व कनकाचल पर्वत को लेकर निर्णायक बैठक करवाएं जैसा कि उन्होंने साधुओं के आमरण अनशन के वक्त वायदा किया था । उन्होंने बताया कि हमारे प्रतिनिधि मंडल ने सरकार के प्रमुख मंत्रियों से भी संपर्क साध कर उनको दोनों पर्वतों पर हो रहे विनाशकारी खनन व आंदोलन के बारे में विस्तृत जानकारी दे दी है ।जिसपर सभी राजनेता व मंत्रियों ने पूर्ण सहयोग की बात की है। उन्होंने बताया कि हमने इस संबंध में प्रमुख रूप से वरिष्ठ मंत्री बीडी कल्ला, लालचंद कटारिया, विधायक रफीक खान, विधायक वाजिद अली, विधायक जोगिंदर सिंह अवाना से बात की हैं। उन्होंने यह भी बताया कि मुख्य सचेतक महेश जोशी ने रक्षाबंधन के तुरंत बाद मुख्यमंत्री व उनके के सचिवों से निर्णायक बैठक करवाने का पूर्ण आश्वासन दिया है। बैठक में उपस्थित आंदोलन के सक्रिय सदस्यता अभियान के समन्वयक ब्रजकिशोर बाबा ने बताया कि सक्रिय सदस्य अभियान के तहत अभी तक 6000 से अधिक ब्रजवासियों ने आंदोलन की सक्रिय सदस्यता ग्रहण की है। सभी ने ब्रज के दोनों पर्वतों के संरक्षण व साथ ही ब्रज भूमि के विकास एवं संवर्धन में हर संभव योगदान देने की शपथ ली है। उन्होंने बताया कि मंगलवार को छिछर बाड़ी, सबलाना व इंद्रोली गांवो में 400 से अधिक सक्रिय सदस्य बनाए गए व इंद्रोली के सरपंच मथुरादास, सबलाना के मानसिंह मास्टर व छिछर बाडी के उदयसिंह को मंडल व ग्राम सचिव नियुक्त किया गया ।
मंगलवार को पसोपा धरना स्थल पर उपस्थित महिलाओं ने भगवान आदिबद्री को रक्षा सूत्र अर्पित करते हुए ब्रज के दोनों प्राचीन धार्मिक पर्वत बद्रीनाथ एवं कनकाचल की सुरक्षा के लिए प्रार्थना की व ब्रजभूमि के संरक्षण के लिए मन्नत मांगी ।
संरक्षण समिति के अध्यक्ष महंत शिवराम दास ने बताया कि दिनांक 31 अगस्त से धरना स्थल पर दोनों पर्वतों के रक्षार्थ अनुष्ठानात्मक भागवत कथा का आयोजन किया जाएगा जिसकी पूर्ण आहुति से पूर्व अगर राज्य सरकार ने संतों व आंदोनकारियों की मांग पर निर्णायक बैठक कर अंतिम निर्णय नहीं लिया तो फिर हम कोई भी प्रतिकूल निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र होंगें । उन्होंने बताया कि भागवत कथा का वाचन मानमंदिर की साध्वियाँ द्वारा किया जाएगा! इस अवसर पर भूरा बाबा, गोरांग बाबा, कृष्ण दास बाबा, कृष्ण चैतन्य बाबा, सुल्तान सरपंच, मुनिस्वरूप बाबा, बरसाना शरण बाबा, चन्नी भगत आदि मोजूद थे।