बयाना के बाजारो मे होली का रंग व उमंग अभी तक फीके
बयाना (भरतपुर,राजस्थान/ राजीव झालानी) रंगो व उमंगो के त्यौहार होली के पर्व पर इस बार बाजारो सहित गली मौहल्लो व गांवो में भी होली का रंग और उमंग देखने को इस बार नही मिल रहा है। बाजारो में दो दिन पहले से रंगो व पिचकरी और गुलाल की दुकाने व थडिया सजाऐ बैठे बिक्रेता भी ग्राहकी नही होने से निराश और परेशान है। उन्होने बताया कि इस बार वह ट्रेन व सडक यातायात बाधित होने से नया माल नही लाऐ है।
पिछले बार के बचे हुऐ रंग गुलाल व पिचकारियो को ही बेच रहे है। किन्तु कोरोना की मार व मंहगाई का असर के चलते इस बार बाजारो में अभी तक इनकी बिक्री नाम मात्र की है। और अब एक दिन का ही समय बकाया रहा है। ऐसी स्थिति में अब उन्हे बचा हुआ माल भी बेचने की चिंता सता रही है। इस बार अभिभावक भी कोरोना व महंगाई के चलते अपने बच्चो को रंग गुलाल व पिचकारी दिलाने से बच रहे है।