डेढ़ माह से कारोबार बन्द होने से रेहड़ीवालो, दिहाडी मजदूरों, फुटपाथी दुकानदारो के समक्ष परिवार का पेट भरने का गहराया संकट
डीग (भरतपुर, राजस्थान) कोरोना की दूसरी लहर के प्रकोप के चलते पिछले डेढ़ माह से चले आ रहे लॉकडाउन की मार ने रोजाना रेहडीओ पर खोमचा मिठाई बर्फ बेचने वालो , दिहाड़ी मजदूरों, फुटपाथी दुकानदारों रिक्शा चालकों और छोटे व्यापारियों की आर्थिक हालत पतली करदी है। जिससे उनके समक्ष परिवार के पेट भरने के साथ-साथ बिजली का बिल और घर और दुकान का किराया चुकाने का संकट खड़ा हो गया है। कस्बे में करीब 150 लोग रोजाना रेहड़ी पर कचौड़ी,पकोड़ी, गोलगप्पे समोसा भल्ले पापड़ी बर्फ नमकीन मठरी मोमोज मिठाई चाऊमीन बेचकर अपने परिवार का गुजारा करते हैं। वही करीब इतने ही लोग कस्बे में फुटपाथ पर चूड़ी जूते मिट्टी के बर्तन घरेलू उपयोग की चीजें कपड़े आदि बेचकर 2 जून की रोटी कमाते हैं। करीब एक सो लोग रोजाना रिक्शा औऱ सामान ढोने वाला वाइक रिक्शे के सहारे अपने परिवार का गुजारा करते है। लॉकडाउन के चलते इन सबका काम काज पिछले डेढ़ माह से ठप पड़ा है। यह लोग रोजाना ) कमाकर अपने परिवार का पेट भरते हैं। इन लोगों का कहना है इनके पास जो जमा पूंजी थी वह खत्म चुकी है। दुकानदारों ने भी उधार देना बंद कर दिया है। अब कैसे अपने परिवार का पेट भरे। चाट पकौड़ी बेचकर अपने परिवार का गुजारा चला रहे कस्बे के सैनी मोहल्ला निवासी भगवान दास पुत्र दीपचंद सैनी ने अब चाट पकौड़ी के स्थान पर अपनी रेहड़ी पर सब्जी बेचना शुरू कर दिया है ताकि परिवार के लिए राशन पानी की व्यवस्था हो सके। इसी प्रकार रेडीमेड हलवाई कपड़े बिजली बुक सेलरो विसायत खाने लोहे और जूते चप्पलों और मोबाइल की दुकानें भी डेढ महीने से बंद पड़ी है। जिससे इन लोगों के समक्ष भी अपने परिवार के गुजारे के साथ-साथ दुकान और मकान का बिजली के बिलो और दुकानों पर काम करने वाले कर्मचारियों के वेतन देने का संकट खड़ा हो गया है। लोहा व्यवसाई दाऊ दयाल सिंगल रेडीमेड व्यापारी मनोज जैन, मोबाइल मिस्त्री हरिओम शर्मा, कपड़ा व्यापारी अनिल जैन कचौड़ी बेचने वाले गिरधारी मित्तल और हलवाई गोपाल जैन का कहना है कि सरकार व जिला प्रशासन को कोविड के संक्रमण में आई कमी को देखते हुए तत्काल अन्य दुकानदारों को भी प्रतिदिन सीमित समय के लिए कोरोना गाइडलाइंस की पालना कराते हुए दुकानें खोलने की छूट देनी चाहिए ताकि उनके भी बिगड़े हुए आर्थिक हालात और व्यापार पटरी पर आ सके।
- रिपोर्ट:- पदम जैन