मृतक पुजारी शंभू पंडित को न्याय मिलने तक लड़ाई जारी रहेगी, महुआ में पुलिस ने धरना स्थल पर किया लाठीचार्ज
महुआ (दौसा,राजस्थान/अवधेश अवस्थी) दौसा जिले के महवा के पास टीकरी गांव में मंदिर की जमीन हड़पने से पुजारी की मौत के मामले में बवाल बढ़ गया है। छह दिन से महवा में पुजारी का शव रखकर दिया जा रहा धरना अब जयपुर सिविल लाइंस फाटक मुख्यमंत्री निवास राजभवन से मात्र 1 किलोमीटर पहले पहुंच गया है। भाजपा के राज्यसभा सांसद डॉ किरोड़ीलाल मीणा शंभू पुजारी के शव को गुपचुप तरीके से लेकर रात में महवा से जयपुर पहुंच गए। पुलिस प्रशासन को इसकी भनक तक नहीं लगने दी। अब भाजपा नेता सांसद रामचरण बौहरा पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी कालीचरण सराफ अशोक लाहोटी अर्चना शर्मा सहित अनेक भाजपा नेता के साथ ब्राह्मण समाज के अनेकों संगठनों के पदाधिकारी सैकड़ों ग्रामीण जन राजधानी के सिविल लाइंस फाटक पर पुजारी का शव रखकर प्रदर्शन कर रहे हैं सभी ग्रामीणों के साथ डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा व भाजपा नेताओं ने मांगें माने जाने तक प्रदर्शन जारी रखने की चेतावनी सरकार को दी है।
सिविल लाइंस फाटक पर भाजपा के प्रदर्शन को देखते हुए मौके पर भारी तादाद में पुलिस बल तैनात किया गया है। सिविल लाइंस फाटक को बंद कर दिया गया है। भाजपा नेता और कार्यकर्ता पुजारी के शव को ताबूत में रखकर धरने पर बैठे हैं। मुख्यमंत्री द्वारा उक्त मामले में बातचीत के लिए राजस्व मंत्री हरीश चौधरी को अधिकृत करने पर 11 सदस्य प्रतिनिधिमंडल ने राजस्व मंत्री के निवास पर बैठक की जिस मैं अब तक के घटनाक्रम को बताया लेकिन दोनों पक्षों में सहमति नहीं बनने के चलते वार्ता विफल रही
टीकरी गांव के पुजारी की मौत के बाद रजिस्ट्री करने वाले अधिकारी वह इस मामले में लिप्त अधिकारी कर्मचारियों के साथ भूमाफियाओं पर कार्रवाई जमीन पर से अतिक्रमण हटाने सहित कई मांगों को लेकर राज्यसभा सांसद किरोड़ीलाल मीणा समर्थकों के साथ महवा में धरने पर बैठे थे।
मीणा पुजारी के शव को रखकर महवा में धरना दे रहे थे। लेकिन प्रशासन द्वारा बुधवार को 3:00 बजे तक उक्त मांगों पर कार्रवाई करने के आश्वासन के बाद भी कार्रवाई नहीं होने के चलते तथा प्रशासन द्वारा कोरे आश्वासन देने के साथ मौके पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर आंदोलनकारियों पर दबाव बनाने के चलते अब महवा मैं चल रहा पिछले 5 दिनों का धरना जयपुर शिफ्ट हो गया । डॉ किरोड़ीलाल मीणा महवा के धरना स्थल से देर रात को ही शव गुपचुप तरीके से लेकर जयुपर ले गए। दौसा के पुलिस प्रशासन को इसकी भनक तक नहीं लगी। पुलिस प्रशासन को तो तब पता लगा जब डॉ किरोड़ी लाल मीणा भाजपा नेता के साथ मृतक पुजारी शंभू का शव लेकर सिविल लाइंस फाटक जयपुर पहुंच गए।
महवा पुलिस थाने के सामने धरनास्थल से पुजारी संभू पंडित का शव दूसरे ताबूत में शिफ्ट करके जयपुर लाया गया। जिस ताबत में 5 दिन से शव रखा था उसे वहीं धरना स्थल पर छोड़ दिया गया, यह सब पुलिस को चकमा देने के लिए किया गया। पुलिस को पता लगा तब तक शव जयपुर सिविल लाइंस फाटक पर पहुंचाया जाचुका था।
महुआ धरना स्थल पर दोपहर को जैसे ही पुलिस को पता लगा कि शव तो जयपुर पहुंच गया है पुलिस ने लाठीचार्ज कर धरना दे रहे लोगों को धरना स्थल से हटा दिया। पुलिस ने वहां लगे टेंट को भी तहस नहस कर दिया। मृतक पुजारी को न्याय की मांग को लेकर 6 दिन से महवा थाने के बाहर धरना दिया जा रहा था। । थाने के सामने से पुजारी का शव जयुपर शिफ्ट हो गया, उसके बाद दोपहर को पुलिस ने लाठीचार्ज किया। प्रतयक्षदर्शियों के मुताबिक पुलिस ने अचानक धरनास्थल पर लाठीचार्ज किया जिससे मौके पर भगदड़ मच गई कई लोगों को हल्की चोटें भी आई जबकि वहां सब शांति से धरना दे रहे थे
भाजपा के राज्यसभा सांसद किरोड़ीलाल मीणा ने कहा- हमारी सुनवाई नहीं हुई है। जिसके बाद निर्णय लिया गया कि शव को जयपुर ले जाया जाए। छह दिन से हम न्याय की लड़ाई लड़ रहे हैं। ब्राह्मण समाज न्याय मांग रहा है लेकिन कोई प्रशासन कोई ठोस कार्यवाही नहीं करते हुए मामले को ठंडे बस्ते में डाल रहा था हम गहलोत साहब वे उनकी सरकार को जगाने जयपुर आए हैं, वे निंद्रा से जागें और हमारी बात सुनें।
मीणा ने कहा- आज मंदिर माफी की करोड़ों की जमीनों पर भूमाफिया काबिज हैं। राजस्थान में मंदिर माफी की 30 हजार बीघा जमीन है। उसमें से 18 हजार बीघा पर भूमाफियाओं का कब्जा है। सरकार कानून बनाकर मंदिर माफी की जमीनों का संरक्षण करे और कब्जे हटवाए।जो सरकार छह दिन से पुजारी शंभू शर्मा के शव लेकर बैठे लोगों की नहीं सुन रही, बाद में क्या सुनेगी? जब तक मांगें नहीं मानी जाएंगी तब तक शव यहीं पर रहेगा।
जयपुर से भाजपा सांसद रामचरण बोहरा और भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी ने कहा कि राजस्थान में पुजारियों की लगातार हत्या हो रही है। मंदिर की जमीनों पर कब्जे हो रहे हैं। लेकिन सरकार को परवाह ही नहीं है। हमारी मांगें माने माने जाने तक धरना जारी रहेगा।
दौसा जिले के टीकरी गांव में मूक बधिर पुजारी की मंदिर की 2 बीघा जमीन की भूमाफियाओं ने रजिस्ट्री करवा ली तथा मंदिर माफी की 26 बीघा जमीन पर अपना कब्जा कर लिया। लोगों का आरोप है कि सब रजिस्ट्रार से लेकर पूरा प्रशासनभूमाफियाओं से मिला हुआ था। धोखाधड़ी से जमीन की रजिस्ट्री के बाद पहले से बीमार चल रहे पुजारी की तबीयत और बिगड़ी।
ज्यादा तबीयत बिगड़ने पर उसे 29 मार्च को महवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया था। प्राथमिक उपचार के बाद उसे 30 मार्च को गंभीर अवस्था में जयपुर रेफर किया गया था। 2 अप्रैल को जयपुर के एसएमएस अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। लेकिन मौत के बाद भी आज तक ना तो अंतिम संस्कार हुआ ना न्याय मिला