हरि कृपा आश्रम में गुरु पूर्णिमा पर इस बार नहीं होगा धर्म सम्मेलन
कामां (भरतपुर,राजस्थान/ हरिओम मीणा) तीर्थराज विमलकुण्ड स्थित हरिकृपा पीठाधीश्वर स्वामी हरिचैतन्य पुरी जी महाराज ने आज यहां हरिकृपा आश्रम में उपस्थित भक्त समुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि कोरोना काल अभी पूरी तरह से समाप्त नहीं हुआ है । कृपया लापरवाही ना बरतें , सावधानी रखें । सरकार द्वारा दिए गए दिशा निर्देशों का पूरी तरह पालन करें । वैक्सीन अवश्य लगवाएं । “दो गज दूरी, मास्क जरूरी” के नियम का पालन जरूर करें। हरि कृपा आश्रम में गुरु पूर्णिमा महोत्सव के पावन अवसर पर प्रतिवर्ष आयोजित होने वाले विराट धर्म सम्मेलन को इस वर्ष भी स्थगित कर दिया गया है। किसी प्रकार का कोई सामूहिक विराट धर्म सम्मेलन का आयोजन नहीं होगा। हरि कृपा आश्रम में भक्तों को संबोधित करते हुए स्वामी हरी चैतन्य पुरी महाराज ने कहा कि मानव का मस्तिष्क तो विशाल होता जा रहा है लेकिन हृदय सिकुड़ता जा रहा है। हम सभी जीवन में आगे बढ़ना चाहते हैं तो नदियों से सीखें। कितनी सामर्थ्य हैं, शक्ति है परंतु मार्ग में आने वाली बाधाओं, रूकावटों से नहीं घबराती हैं, यथासंभव, यथासामरथय, व्यर्थ के उलझावों व टकरावों से बचने का प्रयास करना चाहिए। किसी को छोटा या हीन ना समझें, किसी का तिरस्कार ना करें। जो भी देखें, सुने, पढ़े उस पर विचार करें। किसी को भी नुकीले व्यंग बाण ना चुभाएं अर्थात ऐसा कुछ ना बोलें जिससे किसी के आत्मसम्मान को ठेस पहुंचे, किसी का दिल दुखे, वैमनस्य पैदा हो जाये। हमारा हृदय विशाल व उदार होना चाहिए। आज मनुष्य का मस्तिष्क तो विशाल हो रहा है परंतु हृदय सिकुड़ता चला जा रहा है।