बांग्लादेश में मंदिरों और हिंदुओं पर हमले की घटना को लेकर विहिप कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रपति के नाम एसडीएम को सौंपा ज्ञापन
डीग (भरतपुर, राजस्थान/ पदम जैन) विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकर्ताओं ने बुधवार को महामहिम राष्ट्रपति के नाम उपजिला कलेक्टर को ज्ञापन देकर बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमला करने वाले समाज कंटको को गिरफ्तार कराने तथा वहां हिंदुओं और हिंदुओं के घरों एवं मंदिरों की सुरक्षा न्याय औऱ मुआबजा दिलाये जाने के लिए बांग्लादेश सरकार पर दवाब बनाने की मांग की है।
ज्ञापन में कहा गया है कि हमारे पडौसी देश पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान में बचे हुए अल्पसंख्यक हिंदू -सिखो के विरूद्ध जघन्य अत्याचारों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है।एक सप्ताह पहले बांग्लादेश में हिन्दूओं पर चुन चुन कर कर हमले किये गए, वंहा बहिन बेटियों की इज्ज़त भी नहीं बच पा रही है ना ही हमलों में दुर्गा मां के मंड़प बचे, और ना ही हिन्दू मंदिर बचे है। मंदिरों में जबरन घुसकर अत्याचार तथा लूटमार की जा रही है।जब से अफगानिस्तान पर बर्बर तालिबान का शासन हुआ है अन्य पड़ोसी देशों में भी जिहादी आतंकियों के आक्रमण लगातार बढ़ रहे हैं। बांग्लादेश में दुर्गा पूजा के समय 22 जिलो में हिंसक घटनाओं को अंजाम दिया गया। हिन्दूओं के 150 से ज्यादा दुर्गा पूजा पंडाल अपवित्र कर तहस-नहस कर दिए गए।नोआखली का इस्कॉन मंदिर या ढांका का ढाकेश्वरी मंदिर, चांदपुर का श्री राम कृष्ण आश्रम,चौक बाजार करूणा मई काली मंदिर आदि पर आक्रमण किया गया है।अब तक 10-15 हिन्दू अपनी जान गंवा चुके हैं। देवी-देवताओं की मूर्तियों को तोड़ दिया गया है। जबकि बांग्लादेश सरकार आंख बंद करके बैठी हुई है।
विश्व हिन्दू परिषद बांग्लादेश सरकार से मांग करती है कि
- 1.पीडित अल्पसंख्यक हिंदु-सिखो को न्याय व सुरक्षा मिले।
- 2.जान माल के नुक़सान का उचित मुआवजा मिले।
- 3.आक्रमणकारियो की चुन चुन कर गिरफ्तारी कर कठोर सजा दिलाई जावे ।
- 4.इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं हो, और पूर्ण प्रतिबंध लगे।
- 5.बाग्लादेश में शेष बचे हिन्दूओं के मानवाधिकारों की रक्षा हो व उन्हें बेखोफ जीवन जीने अधिकार मिले।
ज्ञापन सौंपने वालों में विहिप जिला मंत्री बिमलेश गुर्जर , बजरंग दल संयोजक शहर मोहित परमार, ग्रामीण गौ रक्षा प्रमुख वीर सिंह , अखाड़ा प्रमुख सिकन्दर सिंह , शेर सिंह , अर्जुनसिंह, सुमित सिंह , रामेश्वर सिंह, रामकुमार बजरंग , हेमन्त,हरभान, शिवराम पहलवान आदि कार्य कर्ता शामिल थे।