त्यौहारी सीजन शुरू होने के साथ ही नकली खाद्य वस्तुओं व रंग-पेंट आदि की बिक्री बढी
बयाना (भरतपुर, राजस्थान/ राजीव झालानी) त्यौहारी सीजन शुरू होने के साथ ही कस्बे के बाजारों में नकली व मिलावटी खाद्य वस्तुओं एवं नकली देशी घी व मिलावटी खाध तेल, दूध पनीर, मावा एवं नकली रंग पेंट व डिस्टैम्पर आदि की दुकानें सजने लगी है। त्यौहारी सीजन में ऐसी वस्तुओं की डिमांड बढने पर कई कारोबारी मौके का लाभ उठाते हुए बाजार में नकली व मिलावटी वस्तुऐं बेचकर मोटा मुनाफा कमाने में लगे है। बार बार संबंधित विभागों का ध्यान आकर्षित कराए जाने के बावजूद भी वह आंखे मूँदे चुप्पी साधे बैठे है। इन विभागों की चुप्पी व निष्क्रियता को लेकर लोगों में तरह तरह की चर्चाऐं व्याप्त है।
कस्बे में नकली देशी घी व सिंथेटिक एवं मिलावटी दूध व उससे बने विभिन्न खाद्य पदार्थों तथा मिलावटी खाध तेल की बिक्री तो काफी समय से निरंतर हो रही है। कभी कभार जिला मुख्यालय से यहां आने वाली खाध विभाग की टीम केवल रस्म अदायगी के तौर पर और नकली खाद्य वस्तुओं के कारोबारीयों की सहमति के अनुसार सैम्पलिंग करने की खानापूर्ती कर लौट जाती है। दो दिन पूर्व भी कस्बे में कथित तौर आई ऐसी एक टीम ने तीन दुकानों पर मिठाईयों के सैम्पलिंग करने की रस्म अदायगी करते हुए अपने कर्तव्य की इतिश्री कर ली थी। जबकि इस दौरान कई नागरिकों की ओर से नकली देशी घी और सिंथेटिक दूध व उससे बने खाद्य पदार्थों की शिकायत भी की गई थी। जिसकी ओर इस टीम ने ध्यान देना भी उचित नही समझा था। ऐसी स्थिती में नकली व मिलावटी खाद्य पदार्थ बेचकर मोटा मुनाफा कमाते हुए लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड करने वाले लोगों के हौंसले बुलंद है।