परिजनों को बिना बताए डॉक्टर ने बना दिया रेफर कार्ड: अस्पताल में बांधकर डॉक्टर व स्टाफ ने की मारपीट
डॉक्टरों का धरती में भगवान का दूसरा रूप कहा जाता है। लोग भरोसा करते हैं कि डॉक्टर उन्हें नई जिंदगी देंगे लेकिन राजस्थान के झुंझुनूं में जो हुआ उसे देखकर सब चौक गए, मामला झुंझुनूं जिले झुंझुनूं के अरूणी निजी अस्पताल का है जहां कोलसिया निवासी लीवर में ज्यादा दिक्कत होने के कारण उपचार के लिए गया जिसे उपचार के लिए आईसीयू वार्ड मे भर्ती कर लिया जो अस्पताल मे 22 अगस्त से भर्ती था।
कोलसिया निवासी पीड़ित के बेटे कृष्ण कुमार ने आरोप लगाया है कि उनके पिता को अस्पताल में बांधकर डॉक्टर व स्टाफ के द्वारा मारपीट की गई। उन्होंने बताया कि 22 अगस्त वह अपने पिता को दिखाने के लिए झुंझुनूं के अरूणी अस्पताल में आए थे। लीवर में ज्यादा दिक्कत होने के कारण उन्हें आईसीयू में भर्ती किया गया था। जब वह 25 अगस्त सुबह अपने पिता से मिलने अस्पताल आया तो पता चला कि उन्हें बांधा हुआ है। मारपीट की गई है। कृष्ण ने बताया कि जब वह इसकी शिकायत डॉक्टरों से करने गया तो वहा के स्टाफ ने उसके साथ भी मारपीट करते हुए बाहर निकाल दिया।
पीड़ित के बेटे कृष्ण कुमार ने आरोप लगाया है कि अस्पताल प्रशासन के उन्हें सूचित किए बिना ही उनके रैफर कार्ड बनाकर अस्पताल से बाहर भेज दिया। इधर सूचना के बाद पुलिस भी अस्पताल पहुंची।
निजी अस्पताल के डॉक्टर ने बताया कि मरीज अस्पताल के आईसीयू वार्ड में स्टाफ व मरीजों के साथ गलत तरीके से पेश आ रहा था। काफी देर समझाइस की। उसके बाद मरीज के परिजनों को सूचना दी। परिजन नहीं पहुंचे तो मरीज को रेफर कार्ड बनाकर भेज दिया था।
- सुमेरसिंह राव