मेले में बच्चों द्वारा प्रदर्शित नो यूज प्लास्टिक पर आधारित मॉडल ने किया सबको प्रेरित
बाल मेला बच्चों की प्रतिभा को आगे लाने का मंच - गोदारा
भीलवाड़ा (राजकुमार गोयल) धोरीमन्ना शिक्षा विभाग धोरीमन्ना व अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में राजकीय प्राथमिक विद्यालय पोकराणियों की ढाणी भीमथल में आयोजित बाल मेले मे 75 शिक्षकों व 1000 बच्चों ने भाग लिया जिसमें पीईईओ भीमथल के अतिरिक्त धोरीमन्ना ब्लॉक के 7 पीईईओ के 15 विद्यालयों के शिक्षकों व विद्यार्थियों ने भी भागीदारी निभाई। बाल मेले मे बच्चों ने आधारभूत,पर्यावरण संरक्षण,संख्यात्मक ज्ञान पर आधारित व भाषा को लेकर कहानी और कविताओं का संग्रह करके विभिन्न प्रोजेक्ट व मॉडल बनाये,वहीं गणित में संख्या ज्ञान,जोङने-घटाने के प्रोजेक्ट प्रस्तुत किये।इसके अलावा उच्च प्राथमिक व माध्यमिक विद्यालयों के बच्चों ने बीजों का अंकुरण, श्वसन हॉल,ज्वालामुखी,पाचनतंत्र,चुम्बकीय पद्धति,यांत्रिक ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में बदलना व रोड सेफ्टी पर आधारित प्रोजेक्ट तैयार कर अपने विचार साझा किए।
मेले में राउमावि पाबूबेरा के स्टेट अवार्डी शिक्षक जगदीश प्रसाद विश्नोई के निर्देशन में छात्रों द्वारा तैयार किए गए नो यूज प्लास्टिक मॉडल चर्चा का विषय रहा जिसके द्वारा पर्यावरण प्रदूषण का कारण व निवारण के बारे मे सटीक जानकारी दी गई।मुख्य अतिथि सीबीईओ खेराजराम गोदारा ने बाल मेले का अवलोकन करते हुए कहा कि बाल मेला बच्चों की प्रतिभा को सभी के सामने लाने का मंच है।भीमथल पीईईओ बीजाराम सुथार ने बताया कि बाल मेलों से बच्चों में मनोबल,क्षमता,व्यक्तित्व,निर्माणव भाषाई क्षमता का विकास होता है। मेले में मुख्य अतिथि के अलावा पाबूबेरा प्रधानाचार्य अचलाराम सेवदा,कोठाला पीईईओ गंगाराम,खरङ पीईईओ सांवरी बिश्नोई,भीलों की पीईईओ प्रतिनिधि चुनाराम,जुनाखेङा पीईईओ चनणाराम साऊ,सुदाबेरी पीईईओ भीखाराम,सीलगण प्रधानाचार्य मंगलाराम,अजीम प्रेमजी फाउंडेशन से शिवम जांगिड़ व असलम खान ने भागीदारी निभाई।मेले समापन पर विद्यालय के प्रधानाध्यापक प्रवीण खिलेरी ने अतिथियों,शिक्षकों,बच्चों व ग्रामीणों का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए आभार प्रकट किया।