महाविद्यालय में नहीं है छात्रों के लिए मूलभूत सुविधाएं
लक्ष्मणगढ़ (अलवर ) कमलेश जैन
शासन प्रशासन ने बच्चों को उच्च शिक्षा देने के उद्देश्य से 3 साल पूर्व महाविद्यालय तो खोल दिया। लेकिन इसके लिए न तो भवन था। और नहीं कोई मूलभूत सुविधाएं ऐसे में कॉलेज में पढ़ने के लिए आने वाले छात्र-छात्राओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
महाविद्यालय का संचालन हायर सेकेंडरी स्कूल के नीचे भवन में चल रहा है। जहां पर महाविद्यालय की कक्षाएं लगती हैं। महाविद्यालय में अवस्थाओं को लेकर आए दिन छात्रों में स्टाफ के बीच खास होने की स्थिति बनी रहती है।
पीने के पानी एवं सुलभ शौचालय तक की कोई व्यवस्था नहीं है। कहने को तो महाविद्यालय शुरू कर दिया। लेकिन यहां पर पीने के पानी से लेकर छात्रों के लिए सुलभ शौचालय तक की कोई व्यवस्था नहीं है। यहां पर अव्यवस्थाएं नजर आती है।
महाविद्यालय में छात्र-छात्राओं संख्या के हिसाब से मूलभूत सुविधाएं टॉयलेट व्यवस्था छात्राओं के लिए ही है। सुलभ शौचालयों पर छात्राएं ही लिखा हुआ है। छात्रों के लिए कोई अलग से टॉयलेट नहीं है। शौचालयओ के कारण पुरुष छात्रों के पास खुले में टॉयलेट करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।
इस महाविद्यालय में पीने के पानी की सुविधा का भी अभाव है। पीने के पानी की टंकी भामाशाह द्वारा बनाई गई थी। जिसके प्लास्टिक टंकी के पाइप टूटे पड़े हैं। टूटी भी नहीं लगी हुई है। शौचालयों में गंदगी का आलम बना हुआ है। एक और सरकार सोच मुक्त समाज का लक्ष्य बना रही है। वहीं लक्ष्मणगढ़ महाविद्यालय में छात्रों के लिए मूलभूत सुविधाएं भी नहीं होने से राज्य सरकार का अभियान पटरी से उतरा हुआ है। प्राप्त जानकारी के अनुसार महाविद्यालय के छात्रों ने बताया कि टॉयलेट छात्राओ के लिए ही है। छात्रों के लिए व्यवस्था नहीं है।
महाविद्यालय प्रबंधन से इस विषय पर वार्ता की गई तो उन्होंने कहा कि शीघ्र ही नए भवन का निर्माण होने जा रहा है । जिसमें शिफ्ट होने पर जल्द ही मामले का समाधान हो जाएगा। महाविद्यालय के नए भवन में सारी व्यवस्थाएं बनी हुई है।