कुट्टीन साबदास गांव के आधा दर्जन घरो में हुई चोरी का मामला: वारदात के 12 दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली, ग्रामीणों ने थाने पर किया प्रदर्शन
खेड़ली (अलवर, राजस्थान/ रोहित सिंघल ) खेड़ली कस्बे कुट्टीन साबदास गांव में 12दिन पहले गांव आधा दर्जन घरों में हुई चोरी की वारदात का पुलिस द्वारा अभी तक खुलासा नहीं करने को लेकर आज ग्रामीण खेड़ली थाने पर पहुंचे। यहां महिलाओं व ग्रामीणों द्वारा पैदल मार्च निकाल चोरी की वारदातों के विरोध में थाने पर प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन के दौरान महिलाओं ने गांव में हुई चोरियों की वारदात का थानाधिकारी राजवीर सिंह शेखावत से शीघ्र खुलासा करने की मांग की। इस दौरान गांव कुट्टी साहब दास की सरपंच अनोखी देवी द्वारा थाना अधिकारी राजवीर सिंह शेखावत को ज्ञापन दिया गया जिसमें गांव में हो रही चोरियों को लेकर पुलिस की गश्त बढ़ाने तथा तुरंत चोरी के आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की गई। खेड़ली थाना अधिकारी राजबीर सिंह द्वारा इस मामले में ग्रामीणों को गांव में गश्त बढ़ाने सहित चोरी की वारदात को जल्द से जल्द खोलने का आश्वासन दिया गया। इससे पूर्व ग्रामीण कठूमर विधायक बाबूलाल बैरवा के निवास पर भी पहुंचे। जहां पर उन्होंने गांव में हो रही बिजली कटौती को लेकर अपनी परेशानी बताई और गांव में हुई चोरियों का पुलिस द्वारा खुलासा कराने की मांग की।जिस पर विधायक पुत्र व एस सी आयोग के उपाध्यक्ष अवधेश बैरवा द्वारा मौके पर ही बिजली विभाग के जेईएन विवेक शर्मा को बुलाया गया जहां ग्रामीणों द्वारा जेईएन से बिजली कटौती को लेकर बात की गई और रात्रि के समय बिजली कटौती नहीं करने की मांग की और ज्ञापन दिया गया।जिस पर जेईएन विकास शर्मा द्वारा ग्रामीणों व महिलाओं को रात्रि के समय बिजली कटौती नहीं करने व मामले में उच्च अधिकारियों से बात करने का आश्वासन दिया गया।ज्ञातव्य रहे कि गांव में 12दिन पहले रात्रि को 6 मकानों में चोरों द्वारा एक साथ चोरी की वारदात को अंजाम दिया था इस दौरान गांव में अज्ञात चोर घरों में घुस कर लाखों रुपए के जेवर व नकदी की चोरी कर ले गए। गांव में हुई चोरी के बाद ग्रामीणों में भारी रोष व्याप्त था। पुलिस द्वारा पूर्व में भी चोरी का खुलासा करने का आश्वासन दिया गया था लेकिन 12 दिन गुजर जाने के बाद भी पुलिस को चोरों का अभी तक कोई पता नहीं चला।जिसको लेकर ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा और थाने पहुंचकर प्रदर्शन किया। अधिकारियों के आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने प्रदर्शन खत्म कर घर को रवाना हुए।