जसनगर की राजस्थान मरुधरा ग्रामीण बैंक में केशियर ने फर्जी विड्राल कर किया लाखो रुपए का गबन: FIR दर्ज
जिस महिलाओं के अकाउंट्स में मोबाइल अलर्ट की सुविधा नहीं थी उनके खाते से किया गबन
एक अकाउंट होल्डर महिला के अकाउंट में मोबाइल मेसेज अलर्ट सुविधा शुरू थी जिससे खुला राज
मेडतासिटी (नागौर, राजस्थान/ तेजाराम लाडणवा) मेड़ता के निकटवर्ती ग्राम जसनगर की आर.एम.जी.बी. (राजस्थान मरुधरा ग्रामीण बैंक) ब्रांच में लाखो रुपए का किया गबन।
आर.एम.जी.बी.केशियर ने 1.59 लाख रुपए का किया गबन । ब्रांच मैनेजर ने कराई एफ.आई.आर.बोला- 8 महिलाओं के खाते से फर्जी विड्राल कर कैशियर ने निकाली रकम ।
आर.एम.जी.बी. (राजस्थान मरुधरा ग्रामीण बैंक) के जसनगर ब्रांच के कैशियर ने 1.59 लाख रुपए का गबन कर दिया। जिन ग्रामीण भोली-भाली महिलाओं के अकाउंट्स में मोबाइल अलर्ट की सुविधा नहीं थी, ऐसे करीब 8 अकाउंट्स में केशियर ने इतनी बड़ी रकम का गोलमाल कर दिया।
इन अकाउंट होल्डर महिलाओं में से एक के अकाउंट में मोबाइल मेसेज अलर्ट सुविधा शुरू थी और उसके मोबाइल पर 21 हजार रुपए निकाले जाने का मेसेज आया तो वो बैंक पहुंची। जब ब्रांच मैनेजर ने विड्राल वाउचर चेक किया तो उस पर महिला के साइन फर्जी थे। ऐसे में प्रधान कार्यालय से मामले की जांच शुरू की गई। इस बीच आरोपी केशियर को ब्रांच से हटा दिया गया था। अब जांच रिपोर्ट में पूरा खुलासा होने के बाद आरोपी केशियर के खिलाफ मेड़ता थाने में मामला दर्ज करवा दिया गया है।
आर.एम.जी.बी. (राजस्थान मरुधरा ग्रामीण बैंक) के जसनगर ब्रांच मैनेजर नरेंद्र बोराणा पुत्र बक्साराम ने बताया कि जुलाई 2020 से 21 मार्च 2022 तक रजत गोयल उनकी ब्रांच में केशियर थे। इसके बाद उनका दूसरी ब्रांच में ट्रांसफर कर दिया गया था। जसनगर ब्रांच में केशियर रजत गोयल के रहने के दौरान जसनगर निवासी अकाउंट होल्डर शोभा देवी ने शिकायत दी थी कि उसके अकाउंट से 21 हजार रुपए निकाले गए है लेकिन उन्होंने कोई केश विड्रॉल नहीं किया था। ऐसे में चेक किया गया तो सामने आया कि जिस विड्रॉल वाउचर से रुपए निकाले गए थे, उस पर शोभा देवी के साइन फर्जी थे। शिकायत को बैंक के हेड आॅफिस की जानकारी में लाया गया। इसके बाद वहां से जांच शुरू की गई।
जांच में ये आया सामने
ब्रांच मैनेजर नरेंद्र बोराणा ने बताया कि जांच टीम की रिपोर्ट में सामने आया कि बैठक नियमानुसार 35 हजार से कम के केश विड्रॉल में केशियर की सिंगल आईडी एप्रूवल से ही विड्रॉल संभव था। ऐसे में केशियर रजत गोयल ने 8 महिलाओं के फर्जी विड्रॉल वाउचर बनाये और अलग-अलग दिन कुल 1.59 लाख रुपए निकाल लिए। इन अकाउंट्स में मोबाइल मेसेज अलर्ट की सुविधा नहीं थी, ऐसे में किसी अकाउंट होल्डर को गबन का पता नहीं चला। जैसे ही शोभा देवी के अकाउंट में विड्रॉल का मेसेज आया , तभी ये पूरा मामला खुल गया।
इन खातों से निकाली रकम
आरोपी केशियर रजत गोयल ने 19 मार्च 2022 को अकाउंट होल्डर समुदेवी के अकाउंट से 20 हजार रुपए व इसी दिन परमादेवी के अकाउंट से 19 हजार रुपए फर्जी तरीके से निकाले। इसके बाद 21 मार्च 2022 को शोभा के अकाउंट से 21 हजार रुपए, सेणी के अकाउंट से 20 हजार रुपए, बाबुडी देवी के अकाउंट से 20 हजार रुपए, सुमन देवी के अकाउंट से 20 हजार रुपए, प्यारू देवी के अकाउंट से 20 हजार रुपए और सरोज के अकाउंट से 19 हजार रुपए मिलाकर टोटल 8 अकाउंट से 1.59 लाख रुपए निकाल कर बैंक में गबन कर लिया।
वहीं आरोपी केशियर रजत गोयल से इस संबंध में बात कि गई तो उसने बताया कि फिलहाल वो पाली में ही बैंक की ब्रांच में पोस्टेड है। सप्ताह भर पहले उसका जसनगर से ट्रांसफर हो गया था। एफ.आई.आर. के बारे में और गबन के बारे में कोई भी जानकारी होने से आरोपी रजत ने साफ इंकार कर दिया।