बढ़ते नशे पर अंकुश लगाने व फसलों के मुआवजे की मांग को लेकर किसान सभा 6 फरवरी को करेंगी बेमियादी धरने की शुरुआत
अखिल भारतीय किसान सभा ने धरना प्रदर्शन कर सौंपा ज्ञापन, मांगे पूरी नहीं होने पर आंदोलन को तेज करने की चेतावनी, फिरोजपुर फीडर का पुनर्निर्माण आदि की मांगे होगी शामिल,
पदमपुर (गजसिंहपुर, श्रीगंगानगर, राजस्थान/ फतेह सागर) पदमपुर में अखिल भारतीय किसान सभा की तहसील इकाई ने 6 फरवरी को किसान सभा द्वारा बेमियादी धरना शुरू करने का ऐलान कर दिया है,अखिल भारतीय किसान सभा ने आज तहसील परिसर के समक्ष धरना प्रदर्शन कर व उपखण्ड अधिकारी के मार्फत मुख्यमंत्री व जिला कलेक्टर के नाम अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा है,अखिल भारतीय किसान सभा की तहसील इकाई ने पाले से प्रभावित फसलों का मुआवजा,क्षेत्र में बढ़ते नशे पर अंकुश लगाने फिरोजपुर फीडर का पुनर्निर्माण,नहरों में प्रवाहित सेफ़्टी टैंकरों की रोकथाम, किसानों को कुर्की नोटिस भेजना बंद करने व किसानों के पुराने वाहनों का थर्ड बीमा व फिटनेस के आधार रजिस्ट्रेशन में छूट देने की मांगों को वहीं मांगों पर अतिशीघ्र समाधान नहीं होने पर 6 फरवरी को बेमियादी धरना शुरु करने की चेतावनी दे दी है,किसान सभा के जिला महासचिव गुरचरण मोड़ ने भाजपा और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा भाजपा के 5 साल व कांग्रेस के 4 साल में किसानों की फिरोजपुर फीडर को लेकर उठ रही मांग ज्यों की त्यों पड़ी है, उसके पीछे मुख्य वजह जनप्रतिनिधियों की चुप्पी बताई है,उन्होंने कहा कि गंगनहर में सिंचाई में व्याप्त समस्या स्थाई समस्या बनती जा रही है राज्य सरकार को इसमें हस्तक्षेप कर समाधान कराने की जरूरत है,किसान नेता कॉमरेड रविन्द्र तरखान ने पाले से प्रभावित फसलों का वास्तविक सर्वे करने की बजाय राजस्व विभाग के कर्मचारियों ने महज लीपापोती करने का आरोप लगाया, किसान नेता कॉमरेड रविन्द्र तरखान ने कहा कि बड़े पैमाने पर सरसों की फसल का नुकसान हुआ है जबकि विभाग ने 10 से 15 प्रतिशत खराबे होने की रिपोर्टिंग की है जो किसान के हित में नहीं है, आगे तरखान ने कहा कि प्रभावी रूप से सही सर्वेक्षण पुनः कराने के लिए विभाग अतिशीघ्र योजना बनाए अन्यथा हम आंदोलन को तेज करेंगे।